बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं की कमी को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। समिति ने टर्मिनल भवन के बाहर एक टॉयलेट और एक कैंटीन की व्यवस्था करने की मांग की है। इसके साथ ही, टैक्सी ठेकेदार द्वारा तुरंत टैक्सी उपलब्ध न कराने के कारण टर्मिनल भवन तक ऑटो और अन्य टैक्सियों को अनुमति देने की बात भी ज्ञापन में रखी जाएगी।
मुख्य भवन के बाहर सुविधाओं की कमी
समिति ने बताया कि एयरपोर्ट टर्मिनल भवन के विस्तार की योजना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अंतर्गत बनाई गई है, लेकिन इसमें यात्रियों और उनके सहयोगियों के लिए मुख्य भवन के बाहर टॉयलेट और कैंटीन जैसी बुनियादी सुविधाओं का प्रावधान नहीं है। वर्तमान में एयरपोर्ट पर केवल डिपार्चर हॉल के अंदर एक कैंटीन उपलब्ध है, जहां बाहरी आगंतुकों की पहुंच नहीं है। समिति ने कहा कि यात्रियों और उनके सहयोगियों के लिए मुख्य भवन के बाहर एक कैंटीन होना चाहिए, जहां चाय, स्नैक्स, और पानी उपलब्ध हो।
समिति ने यह भी कहा कि एयरपोर्ट पर तैनात सिक्योरिटी स्टाफ और ड्राइवरों को भी इन सुविधाओं की आवश्यकता है, क्योंकि उनके लिए नजदीकी बाजार लगभग 2 किलोमीटर दूर है। इसलिए, मुख्य भवन के बाहर कम कीमत पर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए एक कैंटीन होना अनिवार्य है।
टर्मिनल भवन तक टैक्सियों को अनुमति की मांग
समिति ने ज्ञापन में कहा कि ट्रैवल जोन नामक टैक्सी ठेकेदार द्वारा समय पर टैक्सियां उपलब्ध न कराए जाने के कारण यात्रियों को गंभीर असुविधा हो रही है। वर्तमान में, ठेकेदार की गाड़ियां एयरपोर्ट पर खड़ी नहीं रहतीं और मांग करने पर बिलासपुर शहर से बुलाई जाती हैं, जिसमें आधे घंटे से अधिक समय लगता है।
समिति ने इस स्थिति को देखते हुए मांग की है कि अन्य टैक्सियों और ऑटो को भी टर्मिनल भवन तक जाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने नागपुर और मुंबई जैसे बड़े एयरपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि वहां ऑटो और अन्य टैक्सियों को मुख्य भवन तक पहुंचने की अनुमति है, ऐसे में बिलासपुर एयरपोर्ट पर यह रोक अनुचित है।
धरना जारी, कई सदस्य शामिल
समिति का धरना लगातार जारी है। इसमें अनिल गुलहरे, रवि बनर्जी, दिनेश निर्मलकर, संतोष पीपलवा, अकबर खान, केशव गोरख, आशुतोष शर्मा, प्रतीक तिवारी, विजय वर्मा, प्रदीप रही समेत अन्य सदस्य शामिल हैं।