हर साल पर्यटन विभाग 20 हजार लोगों को अयोध्या दर्शन कराएगा, 55 से अधिक उम्र वालों को प्राथमिकता
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने सरकार के कामकाज व घोषणाओं के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री बनने के बाद साय की शाह से यह दूसरी मुलाकात थी। इसके पहले वे शाह से सौजन्य भेंट कर चुके थे। दूसरी मुलाकात करीब 30 मिनट की थी। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की रामलला दर्शन योजना के बारे में जानकारी भी दी।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ सरकार 22 जनवरी से श्री रामलला दर्शन यात्रा योजना शुरू करने जा रही है। इसमें सरकार अयोध्या की हर साल 20 हजार लोगों को मुफ्त यात्रा करायेगी। यात्रा के लिए उम्र की समय सीमा 18 वर्ष से 75 वर्ष तय की गई है लेकिन 55 वर्ष के ऊपर के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। सभी जिलों में कलेक्टरों की निगरानी में इसके लिए समिति बनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग बजट तैयार कर आईआरसीटीसी के माध्यम से यात्रा कराएगा। यात्रा के पहले सभी का स्वास्थ्य परीक्षण भी होगा।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को है। छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटें है। चुनाव से ठीक पहले प्रारंभ हो रही इस योजना का प्रदेश में भाजपा को काफी लाभ मिल सकता है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ की जनसंख्या साल 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 2 करोड़ 55 लाख 45 हजार के पास है। इसमें 93.24 प्रतिशत हिंदू है। वहीं मुस्लिम 0.02 प्रतिशत और 0.019 प्रतिशत क्रिश्चियन है। सिख 0.0027 प्रतिशत, बौद्ध 0.0027 प्रतिशत और 0.019 प्रतिशत अन्य धर्म को मामने वाले लोग हैं। कुछ लोगों के धर्म का उल्लेख नही है। प्रदेश में कुल आबादी का 45 प्रतिशत ओबीसी है। 37 प्रतिशत एससी और एसटी वर्ग से हैं। इसके अलावा 18 प्रतिशत सामान्य वर्ग से है। भाजपा जिन्हें हिंदुओं में गिनती है उनमें से अनेक आदिवासी बूढ़ादेव, भगवग या जंगल के देवी-देवताओं को पूजते हैं।