बिलासपुर. गोवंश की तस्करी में आरक्षक की संलिप्तता को लेकर बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। प्रारंभिक शिकायत के आधार पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि गोवंश की तस्करी के मामले में आरक्षक के विरुद्ध साक्ष्य मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल गौ-सेवकों ने नामजद आरक्षक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की शिकायत की है। बता दें कि बीते 24 जून की रात गौ सेवकों ने बूचड़खाने ले जा रहे 20 मवेशियों से भरा ट्रक को पकड़ा था, जिसमें गौ सेवक अमनदीप सिंह ने सकरी थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं मामले में आरोपियों की पतासाजी में सकरी पुलिस जुटी हुई है। इस पर एसपी प्रशांत ने आरक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विधिवत कार्यवाही करने और गोवंश की तस्करी पर अंकुश लगाने की बात कही है। वहीं इस मामले में अब आरक्षक बबलू बंजारे (हिर्री थाने में पदस्थ) को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सकरी बायपास में बटालियन से आगे संबलपुरी के पास पंजाबी ढाबा के सामने एक मवेशी से भरा ट्रक क्रमांक सीजी-10 सी-7455 को गोसेवकों ने पकड़कर सकरी पुलिस को सूचना दी थी। एफआईआर दर्ज कराते हुए गोसेवकों ने बताया कि विनोद पटेल, बबलू बंजारे ट्रक में 20 मवेशी भरकर सकरी बायपास के रास्ते जबलपुर भेजने की तैयारी में हैं। नांदघाट और नारायणपुर के रहने वाले गोलू अन्ना, अश्वती पटेल और पप्पू साहू मवेशियों से भर ट्रक को बाइपास से लेकर जाएंगे। इस सूचना पर गोसेवक ट्रक का पीछा करने लगे। इन्हें देखकर ट्रक डाइवर ने गाडी की स्पीड बढ़ा दी। इसी वजह से ट्रक सड़क किनारे मुरूम में फंस गया। ट्रक के फंसते ही डाइवर ट्रक छोड़कर भाग गया। गो सेवकों ने ट्रक में देखा तो उसमें 20 भैसें प्रजाति के मवेशी भरे हुए थे। गो सेवकों ने इसकी सूचना सकरी पुलिस को दी। सकरी प्रभारी सागर पाठक ने अपनी टीम मौके पर भेजी। रात में टक निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।