रेलवे कर्मचारी की पत्नी प्रियंका सिंह की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। घटना के चार दिन बाद तक पुलिस ने प्रियंका सिंह के मोबाइल की पूरी छानबीन की है, जिसमें व्हाट्सएप चैट, कॉल डिटेल्स, और फोटो गैलरी शामिल हैं। अब तक 15 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी भी मामले की तह तक नहीं पहुंच पाई है। जांच में फोरेंसिक, साइबर और तकनीकी टीम की मदद ली जा रही है।

ज्ञात हो कि बिलासपुर, छत्तीसगढ़ की प्रियंका सिंह ने आत्महत्या से पहले फेसबुक लाइव पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने अपने पड़ोसियों और कुछ अन्य लोगों पर प्रताड़ना और छेड़खानी का आरोप लगाया था। इस वीडियो के प्रसारित होने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक प्रियंका ने फांसी लगा ली थी। पुलिस ने घटना के तीसरे दिन से ही संदिग्ध लोगों और गवाहों से पूछताछ शुरू कर दी थी। इसमें उनके घरेलू सहायिका, पड़ोसियों और साईं मंदिर के पुजारी समेत कई लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। जिन 10 लोगों पर मृतका ने फेसबुक लाइव में आरोप लगाए उनका कहना है कि पड़ोसी होने के नाते उनकी पहचान मृतका से थी लेकिन कभी कोई विवाद नहीं हुआ है। गवाही देने के लिए पहुंचे लोगों का भी कहना है कि उन्हें आरोपियों के साथ किसी झगड़े की जानकारी नहीं है।

कुछ आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड

पुलिस द्वारा जांच के दौरान कई नए तथ्य सामने आए हैं। महिला के आरोपों के दायरे में आए लोगों में से कुछ पर पहले से आपराधिक रिकॉर्ड होने की बात सामने आई है। साथ ही, पप्पू यादव सहित कुछ लोगों पर जमीन हड़पने के लिए महिला पर दबाव बनाने का आरोप भी है। प्रियंका सिंह ने श्रीराम ज्वेलर्स के मालिक विवेक अग्रवाल का नाम लिया था, जो शराब घोटाले के आरोपी विकास अग्रवाल का भाई है। पुलिस सभी संदिग्धों के आपराधिक रिकॉर्ड की गहनता से जांच कर रही है।

पीएम रिपोर्ट का इंतजार

पुलिस अब मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे आत्महत्या के पीछे के असल कारणों का पता लगाया जा सके। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई और तेज होगी। पुलिस का मानना है कि मृतका ने जितने भी लोगों के नाम लिए हैं, उनमें से कुछ पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, और यह जांच हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़े होने के कारण और भी संवेदनशील हो गई है।

पुलिस का बयान

सिविल लाइन के सीएसपी निमितेष सिंह ने बताया कि घटना से पहले प्रियंका सिंह की किन-किन लोगों से बातचीत हुई थी, इसका पूरा ब्योरा जुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जांच बारीकी से की जा रही है और सभी संदिग्धों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस इस मामले में कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती और जल्द ही साक्ष्यों के आधार पर अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचेगी।

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