20 नवंबर को हुए मतदान के बाद बिलासपुर जिले की सात विधानसभा सीटों की मतगणना अब से कुछ घंटे बाद सबेरे सात बजे से कोनी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में शुरू हो रही है।

बिलासपुर जिले में कुल सात विधानसभा सीटें बिलासपुर, कोटा, मरवाही, तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी और बेलतरा हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, विधायक डॉ. रेणु जोगी, सियाराम कौशिक जैसे दर्जन भर दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है।

मतगणना स्थल पर जिला प्रशासन ने जहां पूरी तरह तैयारी कर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर रखी है, वहीं प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशी, उनके प्रतिनिधियों ने भी सुबह 6 बजे से पहुंचने की तैयारी कर रखी है। मतगणना स्थल पर प्रवेश करने वाले अधिकारी, कर्मचारी, सहायकों, अभ्यर्थी और उनके एजेंटों को अलग अलग गेट से प्रवेश करने की व्यवस्था की है। इन्हें तीन स्तरीय सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। मतगणना स्थल पर किसी प्रकार का मोबाइल फोन, कैमरा आदि डिवाइस तो लेकर जाना मना है ही पेन, पान, गुटखा, सिगरेट, हथियार आदि ले जाने की मनाही है। अभ्यर्थियों के एजेंट केवल कोरा कागज अपने साथ ले जा सकते हैं, उन्हें पेन भी मतगणना स्थल पर प्रदान किया जाएगा। प्रसाधन व पेयजल की व्यवस्था भी परिसर के भीतर ही की गई है। इसके लिए बार-बार आने-जाने की मनाही है।

मतगणना स्थल के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है और वहां कोई भी धरना प्रदर्शन नहीं हो सकेगा, न ही जुलूस आदि ही निकाला जा सकेगा। पूरा परिसर सीआरपीएफ के घेरे में है।

Bilaspurlive.com ने आज मतगणना स्थल पर कुछ कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर  बताया कि गिनती के लिए बनाए गए केबिन बहुत छोटे हैं और उन्हें काफी कम जगह में बैठकर मतों की गिनती करनी पड़ेगी। इससे उन्हें असुविधा होगी। बेलतरा से छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रत्याशी अनिल टाह आज दोपहर मतगणना स्थल का मुआयना करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अभी व्यवस्था तगड़ी है पर कल मतगणना  के दौरान जब भीड़ बढ़ेगी तब वास्तव में पता चलेगा कि व्यवस्था कैसी है।

सुबह सात बजे मतपेटियों को स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला जाएगा। पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी उसके बाद ईवीएम के मतों की गिनती होगी। सुबह 9.30 बजे तक पहला रुझान मिलने की उम्मीद है। इस बार प्रत्येक राउन्ड की गिनती के बाद मिले वोटों की घोषणा की जाएगी और जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा विवरण जारी किया जाएगा। इससे इस बार ईवीएम मतों की गिनती में दो तीन घंटे ज्यादा समय लगेंगे और परिणाम भी कुछ घंटे देर से आएंगे।

 

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