ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी हवाई यातायात की चुनौतियां
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को 90 उड़ानें रद्द कर दी गईं। यह कदम भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए लक्षित हमलों के बाद उठाया गया। इस सैन्य कार्रवाई ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया, जिसका असर हवाई यातायात पर भी पड़ा।
हवाई अड्डों पर अस्थायी बंदी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तरी और पश्चिमी भारत के 27 हवाई अड्डों को 10 मई तक वाणिज्यिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी एयरलाइंस से संपर्क कर नवीनतम अपडेट और वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था की जानकारी लें। प्राधिकरण ने कहा, “हम एयरलाइंस और हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) के साथ मिलकर उड़ान शेड्यूल में किसी भी व्यवधान को कम करने के लिए काम कर रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
एयरलाइंस पर प्रभाव
फ्लाइट ट्रैकिंग सेवा फ्लाइटराडार24 के अनुसार, बुधवार को भारत में 430 उड़ानें रद्द की गईं, जो उस दिन की निर्धारित उड़ानों का 3 प्रतिशत है। इंडिगो ने अमृतसर और श्रीनगर सहित विभिन्न घरेलू हवाई अड्डों से 165 से अधिक उड़ानें रद्द कीं। एयर इंडिया ग्रुप, जिसमें एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल हैं, ने लगभग 140 उड़ानें रद्द कीं। स्पाइसजेट ने भी लेह, श्रीनगर, जम्मू, धर्मशाला, कांडला और अमृतसर से उड़ानें 10 मई की सुबह तक रद्द करने की घोषणा की।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद लाहौर और इस्लामाबाद हवाई अड्डों पर वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस, जैसे यूनाइटेड एयरलाइंस और कोरियन एयर, ने अपने उड़ान मार्गों को बदल दिया या उड़ानें रद्द कर दीं। उदाहरण के लिए, लुफ्थांसा की दिल्ली से फ्रैंकफर्ट जाने वाली उड़ान को मंगलवार की तुलना में आधे घंटे अधिक समय लगा। यूनाइटेड एयरलाइंस ने न्यूर्क से नई दिल्ली की अपनी एकमात्र सीधी उड़ान को हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों के कारण रद्द कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन ठिकानों में बहावलपुर में मार्कज तैबा और मुजफ्फराबाद में सवई नाला कैंप शामिल थे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि ये हमले पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के कारण जरूरी थे।
यात्रियों के लिए सलाह
दिल्ली हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें और वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए अपनी एयरलाइंस से संपर्क करें। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा योजनाएं बनाने से पहले आधिकारिक अपडेट की प्रतीक्षा करें।