जरूरतमंदों को मास्क का वितरण किया, ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों से मिले
बिलासपुर। विधायक शैलेष पांडेय ने कोरोना संकट से बचाव के लिए चल रही कोशिशों के बीच अनुकरणीय पहल करते हुए अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है।
विधायक पांडेय ने इस आशय का पत्र विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत को लिख भी दिया है। पांडेय ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश के साथ ही राज्य पर भी एक बड़ा संकट आया है। राज्य सरकार इससे उबरने का प्रयास कर रही है लेकिन हम सबको इसमें शामिल होना पड़ेगा जिसमें काफी धन की भी आवश्यकता है। इसीलिये उन्होंने यह छोटा सा सहयोग देने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के सामने आने के बाद से ही लगातार विधायक पांडे इस मुद्दे पर सक्रिय हैं। उन्होंने इस बीच सिम्स, रेलवे आदि अस्पतालों का मुआयना कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा। कलेक्टर के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित किया कि लॉक डाउन के दौरान आम नागरिकों और गरीब वर्ग पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को कैसे कम किया जाये।
विधायक पांडे ने मंगलवार को फल-सब्जी विक्रेताओं से मुलाकात की तथा धारा 144 को लागू करने में प्रभावी भूमिका निभा रहे पुलिस जवानों से भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने लोगों से धारा 144 का पालन करने का आग्रह भी किया। उन्होंने आज जरूरतमंदों को अपनी ओर से फेस मास्क का वितरण भी किया।
कोरोना वाइरस के चलते अभी घरों के जो हालात है अगर कुछ दिन ऐसे ही रहे तो बहुत लोग कोरोना से बाद में पहले भूख से मर जायेंगे क्यों की भारत गरीबों का देश है जहाँ 40% लोग रोज कुंआ खोदते है और पानी पिते है । सरकार सरकारी कर्मचारी को तो वेतन दे ही देगी मगर 45% लोग निजी कंपनी में कार्य करते है और छोटी छोटी रोजी मजदूरी करते हैं वो तो भूख से ही मर जायेंगे उन्हें कोरोना की जरुरत ही नहीं ।