बिलासपुर। यातायात की सुविधायें बंद होने के कारण छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पी.आर. रामचंद्र मेनन केरल से विशेष चार्टर प्लेन लेकर बिलासपुर पहुंचे और यहां आने के बाद अपने निवास में होम क्वारांटाइन पर हैं। वे जरूरी काम घर पर ही ऑनलाइन निपटा रहे हैं।
जस्टिस मेनन के विशेष विमान से बिलासपुर पहुंचने की खबर आज सामने आई है। हालांकि वे पिछले शनिवार से बिलासपुर पहुंच चुके हैं। इसमें बताया गया है कि न्यायमूर्ति मेनन को लेने के लिए नई दिल्ली स्थित वीएसआर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड एवियेशन कम्पनी का चार्टर्ड प्लेन कोचीन पहुंचा जिसमें शनिवार को दो हजार किलोमीटर की उड़ान भरकर वे बिलासपुर पहुंचे। विमान में मेनन एकमात्र यात्री थे। उनके साथ विमान में पायलट, सह-पायलट और एक केबिन क्रू मेंबर था। रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार ने इस विमान को किराये पर लिया और कम्पनी को प्रति घंटे ढाई लाख रुपये के दर से भुगतान किया गया। पूरी उड़ान 6 से 7 घंटे की रही होगी, रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि उनकी पूरी यात्रा पर 13 से 15 लाख रुपये खर्च हुए होंगे।
इस खबर ने लोगों की जिज्ञासा इसलिये भी बढ़ा दी क्योंकि यह समाचार आज ही सामने आया है कि कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने सड़क मार्ग से मुम्बई की यात्रा पूरी की जिन्हें मुम्बई हाईकोर्ट का नया मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है। इसी तरह इलाहाबाद के जस्टिस बिस्वनाथ सोमदार ने मेघालय जाने के लिए सड़क मार्ग चुना। उन्हें भी मेघालय में हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करना है।
उल्लेखनीय है कि इस समय देशभर में हवाई यात्राएं कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंद रखी गई हैं। केवल कार्गो और मेडिकल जरूरतों के लिये हवाई उड़ानें जारी हैं।
सीजे को विशेष विमान से यात्रा की पात्रता
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मेनन की इस हवाई यात्रा पर चल रही ख़बरों की तहकीकात की गई तो पाया कि उन्होंने यह यात्रा नियमानुसार पूरी की। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समकक्ष सुविधाएं एवं सेवाएं लेने की पात्रता है। अवकाश समाप्त होने के पश्चात् कार्य पर उपस्थित होने के लिए चीफ जस्टिस ने अपने इसी पात्रता के अनुसार यात्रा के लिए हवाई सेवा ली। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि इस यात्रा के लिए जस्टिस मेनन ने सुप्रीम कोर्ट से अनुमति ली थी। शनिवार को यहां पहुंचने के बाद जस्टिस मेनन नियमानुसार 14 दिन के लिये क्वारांटाइन पर चले गये हैं। हालांकि इस दौरान वे अपने निवास से ही कोर्ट के जरूरी काम ऑनलाइन सम्पादित करते रहेंगे।