देश के कई शहरों के अलावा कनाडा से भी प्रतिभागी शामिल हुए
बिलासपुर। सिख़ समाज के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस आज मनाया गया। इस मुश्किल समय में जहां कोरोना वायरस के कारण सभी धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए है, शहीदी दिवस को मनाने का सिख़ समाज ने एक बड़ा ही अनोखा रास्ता निकाला, जिसमें ऑनलाइन एक पंजाबी कविता का आयोजन किया गया।
इसमें रायपुर, गोंदिया, बिल्हा, नागपुर, बिलासपुर, हैदराबाद, पुणे, कोलकाता, दिल्ली, चंडीगढ़, कोरबा, तखतपुर, भिलाई, भाटापारा आदि जगहों से बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके अलावा कनाडा से भी बच्चों ने भाग लिया।
सिख़ समाज ने हमेशा ही सभी के लिए एक मिसाल क़ायम की है। आज भी उन्होंने दिखा दिया के अगर इरादे बुलंद हो तो रास्ते में चाहे जितनी रूकावटें आ जाए, मंज़िल तक ज़रूर पहुँचते है। इस अवसर पर पंजाबी महिला संस्था द्वारा रखी गई ऑनलाइन कविता प्रतियोगिता में तक़रीबन 150 बच्चों ने भाग लिया जिसमें से एक ग्रुप 8 साल तक के बच्चों का था। इसमें रायपुर के हृदयांश सिंह भल्ला प्रथम आए, बिलासपुर के प्रणवत सिंह आज़मानी और अर्जनवीर सिंह दूसरे स्थान पर और तवगुणलीन सिंह तीसरे स्थान पर रहे। हरनीत कौर गांधी एवं तशमीत कौर अरोरा को सांत्वना पुरस्कार मिला।
दूसरा ग्रुप 9 से 12 वर्ष के बच्चों का था। इसमें गोंदिया से नितराज सिंह गुरदत्ता प्रथम स्थान पर रहे। रायपुर से बानी बग्गा दूसरे स्थान पर,बिलासपुर से सांची चावला तीसरे स्थान पर रहीं। बिलासपुर की माहीं राजपाल एवं सरगांव के बख़्शीश सिंह को सांत्वना पुरस्कार मिला।
ग्रुप तीन में 13 से 16 साल तक के बच्चों ने भाग लिया। इसमें बिलासपुर की हरजोत कौर गंभीर और रीत कौर सलूजा को प्रथम स्थान मिला। बिलासपुर की ही हरगुन कौर चावला और रायपुर की प्रीत बग्गा दूसरे स्थान पर रही। बिल्हा की जसप्रीत कौर सवन्नी को तीसरा स्थान मिला एवं बिलासपुर के गुरशान सिंह होरा और जसवीन कौर आज़मानी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
ऑनलाइन कविता प्रतियोगिता का यह आयोजन बहुत सफल रहा। इस प्रतियोगिता के निर्णायक बिलासपुर व दूसरे शहरों से थे। सिख समाज ने दिखाया कि कोरोना के कारण हम सभी अपने घरों में लॉकडाउन में जरूर रह रहे है पर हमारे विचारों के प्रवाह को कोई रोक नही सकता। संस्था की अध्यक्षा रूबी छाबड़ा एवं उनके टीम की सदस्य सुनीता चावला, ललजीत कौर, रूपसी आज़मानी, अंशु टुटेजा, दीप छाबड़ा, रीमा मखीज़ा, श्रद्धा खंडूजा,अवि आज़मानी आदि ने आयोजन को सफल बनाने में भूमिका निभाई।