क्विज प्रतियोगिता में बांटे गए पुरस्कार, शनिवार को रखा गया राष्ट्रीय सेमिनार

आज सुबह कम्पनी गार्डन में वर्क आउट के लिए पहुंचने वालों को डॉक्टरों के बीच सेहत की जांच की सुविधा मिली। डायबिटीज के चलते अंधत्व के बढ़ते खतरे को देखते हुए यहां एक विशेष कैंप लगाकर लोगों के शुगर लेवल की जांच की गई। डायबिटीज यानि मधुमेह को लेकर लोग लापरवाही न बरतें इसके लिए एक जागरूकता रैली भी निकाली गई।


बिलासपुर सेंट्रल आईएमए,ओंफ्थोलमोलॉजिक सोसायटी व बिलासपुर डायबिटीज सोसायटी की ओर से बिलासपुर में कल शाम एक राष्ट्रीय सेमिनार आईएमए हॉल में आयोजित किया गया था।

इसकी अगली कड़ी में आज सुबह सुबह 8 बजे एक रैली नेहरू चौक से निकाली गई जो विवेकानंद उद्यान (कंपनी गार्डन) पहुंची। डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों ने बैनर और नारों के जरिये लोगों को डायबिटीज को लेकर जागरूक रहने की अपील की। रैली में वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. एल सी मढ़रिया, डॉ. प्रवीण कालवीट और अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

सुबह-सुबह सेहत के लिए फ्रिक्रमंद लोगों को यहां डाक्टरों की टीम देखकर प्रसन्नता हुई। उन्होंने अपना डायबिटीज का निःशुल्क परीक्षण कराया, आंखों तथा दूसरी बीमारियों के बारे में भी सलाह ली।

डॉक्टरों ने यहां एक क्विज प्रतियोगिता भी रखी, जिसमें अंधत्व, डायबिटीज आदि के बारे में लोगों के सामान्य ज्ञान को परखा गया और सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत भी किया गया। डॉ. कालवीट ने बताया कि किडनी, आंख और मष्तिष्क पर मधुमेह का विपरीत असर पड़ता है यह तो सब को मालूम है पर यह आंखों की रोशनी भी छीन लेती है यह कम लोगों को पता है।

इसके पहले शनिवार की शाम आईएमए हॉल में हुए सेमिनार में सीएमएचओ डॉ. बीबी बोडे, अपोलो के डायरेक्टर डॉ. सजल सेन, आईएमए के निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हेमन्त चटर्जी, डॉ. एल सी मढ़रिया, डॉ. संजय मेहता, डॉ. प्रवीण कालवीट, डॉ. सौरभ लूथरा, डॉ. आर ए शर्मा, डॉ. जीबी सिंह, डॉ. अमर सिंह ठाकुर, डॉ. प्रभात श्रीवास्तव, डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. संदीप तिवारी सहित अनेक चिकित्सक उपस्थित थे।

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