रायपुर– प्रदेश सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी शहरों में मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों को शुक्रवार से खोलने की तैयारी है। अभी कोई नई फिल्म न होने के कारण संचालक रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। शुक्रवार से कुछ नई फिल्में आने वाली हैं। आठ माह में संचालकों को दो सौ करोड़ का फटका लग चुका है।
कोरोना के कारण देशभर में सभी सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स बंद थे। प्रदेश में भी इसका असर पड़ा है। प्रदेश में करीब सवा सौ स्क्रीन पर फिल्मों का प्रदर्शन होता है, इसमें आधी स्क्रीन मल्टीप्लेक्स की और आधी सिनेमाघरों की हैं। कुल 57 स्थानों पर स्क्रीन पर फिल्में चलती हैं। राजधानी रायपुर में जहां चार सिनेमाघर हैं, वहीं पांच मॉल्स में 19 स्क्रीन हैं। इसी तरह अन्य शहरों में भी मॉल्स और सिनेमाघर हैं। केंद्र सरकार ने तो पिछले माह ही इनको खोलने की मंजूरी दे दी थी, लेकिन प्रदेश सरकार से इसकी मंजूरी न मिलने के कारण इनको नहीं खोला गया था, लेकिन अब प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल गई है।
ऐसी होगी सीटिंग व्यवस्था, सीटों पर ही भेजा जाएगा आर्डर
अगले सप्ताह से जब नई फिल्में आने लगेंगी तो सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स के ताले भी खुलेंगे। इसके लिए यहां भी पूरी तैयारी की गई है। केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सेनेटाइजिंग आदि की व्यवस्था होगी। मल्टीप्लेक्स में ऑनलाइन टिकटों के अलावा टाकीजों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हॉल में एक सीट के बाद एक सीट छोड़कर बैठने का इंतजाम किया गया है। एक ही परिवार के लाेगों को साथ बैठने की इजाजत होगी। फिल्म छूटने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के तहत ही लाेग बाहर जाएंगे। कैंटीन में किसी को जाने नहीं देंगे, सीटों पर ही आर्डर भेजा जाएगा।
200 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित
प्रदेश में जो सवा सौ स्क्रीन हैं, उसमें हर स्क्रीन में हर माह 10 से 40 लाख तक का कारोबार होता है, जिस माह बड़े स्टार्स की फिल्में लगती हैं, उस दौरान यह कारोबार एक स्क्रीन का 25 लाख से एक करोड़ तक हो जाता है। जहां तक सिनेमाघर की बात है, यहां टिकटों का रेट कम होने के कारण इसमें हर माह 10 से 12 लाख का कारोबार होता है। एक शो में डेढ़ सौ के आसपास ही दर्शक होने पर एक शो के दस हजार और चार शो में 40 हजार का कारोबार रोज आसानी से हो जाता है। मल्टीप्लेक्स में सौ दर्शक होने पर ही एक शो में औसत दो सौ रुपए एक टिकट के हिसाब 20 हजार हो जाते हैं। पांच से छह शो होने पर एक से सवा लाख रोज के होते हैं। ऐसे में इनका हर माह 30 से 40 लाख का कारोबार हो जाता है। इस हिसाब के एक माह में करीब 25 करोड़ का कारोबार हो जाता है। आठ माह में 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित हो चुका है।