अब तक 680 सदस्य जुड़े, प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले रहे युवाओं के लिये भरपूर सामग्री उपलब्ध 

बिलासपुर। बिलासपुर संभाग समेत पूरे प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जाना जाता है, पर काफी समय से शहर में सर्व सुविधायुक्त लाइब्रेरी की कमी महसूस की जा रही थी। नगर पालिक निगम बिलासपुर द्वारा यह कमी पूरी कर दी गई है। सेंट्रल लाइब्रेरी में बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा प्रदेश के पहले डिजिटल लाइब्रेरी शुरू हो चुकी है। लाइब्रेरी में 680 पंजीकृत सदस्य हैं, जो इस सर्व सुविधायुक्त लाइब्रेरी में पठन-पाठन का कार्य कर रहें हैं।

सेंट्रल लाइब्रेरी परिसर में पाठकों के पढ़ने के लिए अलग-अलग विषयों की पांच हजार पुस्तकें उपलब्ध हैं। इनमें कला, विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कानून, मोटिवेशन, मेडिकल, अध्यात्म, प्रतियोगी परीक्षाओं के स्टडी मटेरियल शामिल हैं। इसके अलावा साहित्य जगत के उपन्यास और ख्यातिलब्ध लेखकों की पुस्तकों का भी संग्रह है। इसी तरह डिजिटल लाइब्रेरी में तीस कंप्यूटर सिस्टम इंस्टाल किये गये हैं जिनमें पांच हजार स्टडी मटेरियल उपलब्ध हैं। इसके जरिए लोग देश-दुनिया से जुड़ भी रहे हैं।

पीएससी की तैयारी के लिए रायगढ़ से आकर बिलासपुर में कोचिंग कर रही छात्रा मनीषा पटेल विगत मार्च माह से सेंट्रल लाईब्रेरी में प्रतिदिन 7-8 घण्टे बैठकर अपनी पढ़ाई कर रही है। यहां का शांत वातावरण, साफ सफाई और अनुशासन उसे बहुत पसंद है। उसने बताया कि कोविड संक्रमण चलते सार्वजनिक स्थलों पर जाने से लोग बच रहे है लेकिन सेंट्रल लाईबे्ररी में प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से किया जा रहा है। जो सदस्य इसका उल्लंघन करता है उस पर अर्थदण्ड भी लगाया जाता है। इस व्यवस्था से लाईब्रेरी में संक्रमण का खतरा कम है। वह प्रतिदिन बिना अंतराल लिये लाईब्रेरी का लाभ ले रही है। मेडिकल छात्र डॉ. रजत अग्रवाल प्रीपीजी की तैयारी कर रहे हैं। वे जनवरी माह से रोज आते हैं। उन्होंने बताया कि लाईब्रेरी का माहौल उन्हें बहुत पसंद है। घर में पढ़ाई सुविधाजनक नहीं है, यहां बैठकर वे पूरी एकाग्रता के साथ अध्ययन कर पाते हैं। डिजिटल लाइब्रेरी में पूरे विश्व के लेखकों की उपयोगी किताबें भी मिल जाती है।

सेंट्रल लाइब्रेरी में सदस्यता के लिए सामान्य नागरिकों, छात्रों, पूर्व शासकीय सेवक, वरिष्ठ नागरिक, कार्पोरेट से जुड़े लोगों के लिए अलग-अलग शुल्क अलग निर्धारित किया गया है। सदस्यता शुल्क माह, तिमाही, अर्धवार्षिक और आजीवन सदस्यता के आधार पर लिया जा रहा है।

सेंट्रल लाइब्रेरी प्रदेश की पहली लाइब्रेरी है जहाँ बच्चों के लिए एक अलग जोन बनाया गया है। जहां बच्चों के पढ़ने के लिए एक अलग वातावरण है। यहां ई बुक, आडियों बुक, बोर्ड बुक, पिक्चर बुक, साथ में मस्ती के लिए उपकरण भी उपलब्ध हैं।

सेंट्रल लाइब्रेरी में इच्छुक व्यक्ति पुस्तकें दान भी कर सकता है। इसके लिए सहायक प्रभारी विकास पात्रे, मो. 7440944000 और लाइब्रेरियन धनकुमार महिलांग फोन नंबर-07752434279 से संपर्क किया जा सकता है।

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