जाने माने पत्रकार राज्यसभा टीवी के कार्यकारी निदेशक रहे राजेश बादल बीते 9 और 10 सितंबर को बिलासपुर में थे। वे यहां साहित्यकार द्वारिका प्रसाद अग्रवाल के आमंत्रण पर पहुंचे। सीएमडी कॉलेज के सभागार में 9 सितंबर को उनका यादगार व्याख्यान हुआ। उन्होंने महात्मा गांधी की पत्रकारिता पर एक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी की संप्रेषण शैली अद्भुत थी। उन्होंने पत्रकारिता को न सिर्फ आजादी के आंदोलन के लिए एक अचूक हथियार बनाया बल्कि छुआछूत, रंगभेद जैसी विकृतियों से लड़ाई भी उन्होंने कलम के माध्यम से ही लड़ी।
महात्मा गांधी ने करीब पांच करोड़ शब्द लिखे, लेकिन उनमें से एक भी ऐसा नहीं है, जो उन्होंने विचार किए बिना लिख दिया। ऐसी ही अनेक दिलचस्प बातें जो हमें-आपको अब तक मालूम नहीं थी, उनके व्याख्यान से सामने आईं। उनका 40 मिनट का पूरा व्याख्यान blive.news को विचार मंच के संस्थापक द्वारिका प्रसाद अग्रवाल ने उपलब्ध कराया है, जिसे आप अब यू-ट्यूब पर जाकर देख सकते हैं। गांधी में, पत्रकारिता में रुचि रखने वाले और राजेश बादल की संभाषण शैली व अनुभवों को और करीब से समझने में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह एक संग्रहणीय सामग्री है।