आज सुबह शहर के पुलिस महकमे में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब एक युवक ने तारबाहर थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई कि एक ऑटो चालक और उसके साथी ने उसकी बहन का स्टेशन से बस-स्टैंड जाते समय अपहरण कर लिया।
शिकायतकर्ता कटघोरा के माटी ग्राम के दिनेश यादव ने सुबह-सुबह तारबाहर थाने पहुंचकर बताया कि वह और उसकी बहन भोपाल से लौटे और अमरकंटक एक्सप्रेस से बिलासपुर पहुंचे। कटघोरा जाने के लिए उन्हें महाराणा प्रताप चौक पहुंचना था। स्टेशन से उन्होंने एक ऑटोरिक्शा किया, जिसमें एक और युवक सवार था। गिरिजा चौक के पास ऑटोरिक्शा चालक और उसके साथी ने उसे मारपीट कर धक्का दिया और ऑटोरिक्शा से गिरा दिया। दोनों ने उसकी बहन का अगवा कर लिया।
तारबाहर पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत इसकी सूचना क्राइम ब्रांच को दी और शहर के सभी थानों को नाकेबंदी के लिए अलर्ट किया। स्टेशन में भी पता करने की कोशिश की गई कि सुबह 4.30 बजे वहां पर कौन-कौन से ऑटोरिक्शा चालक थे। ऑटो चालकों ने खुद अपनी तरफ से पतासाजी शुरू कर दी। इस बीच शिकायतकर्ता के ज्यादा पूछताछ की गई तो हर बार वह बयान बदलने लगा। पुलिस ने इस दौरान स्टेशन के प्लेटफॉर्म, पिक एंड ड्रॉप तथा ऑटो स्टैंड का सीसीटीवी फुटेज देखा। पुलिस ने पाया कि शिकायतकर्ता और उसकी बहन के हुलिये का कोई भी व्यक्ति स्टेशन पर दिखाई नहीं दे रहा है। न ही किसी ऑटोरिक्शा में वे दोनों सवार हुए हैं।
पुलिस ने शिकायतकर्ता के पिता प्रेम यादव से फोन पर बात की। तब चौंकाने वाली जानकारी मिली कि उसके तीन बेटे हैं और कोई बेटी है ही नहीं। शिकायतकर्ता दिनेश प्राइवेट बसों में कभी कभी परिचालक का काम कर लेता है, बाकी भाई और परिवार के लोग खेती करते हैं।
पिता ने यह भी बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है। वह कई बार इसी तरह बहकी-बहकी कहानियां गढ़ने लगता है। तारबाहर पुलिस ने रिपोर्ट झूठी निकलने पर राहत सांस ली, पर झूठी शिकायत लिखाने को लेकर युवक पर कार्रवाई की जा रही है।