सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सच जानने गांव का किया दौरा, पुलिस के रवैये पर उठाया सवाल
बिलासपुर । चकरभाठा की दुष्कर्म पीड़ित बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए गुरु घासीदास सेवादार संघ ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। पुलिस को उसने आरोपी पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उसे दो दिन के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की है। साथ ही इस मामले को उजागर करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सुरक्षा देने की मांग रखी है।
गुरु घासीदास सेवादार संघ के केंद्रीय अध्यक्ष लखन सुबोध और सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला ने सत्यता जानने के लिए गांव का दौरा किया। पीड़ित बच्चियों के आसपास रहने वालों ने तथा मामले को उजागर करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने घटना होने की पुष्टि की। यह भी बताया कि बाल कल्याण समिति के सामने भी लड़कियों ने अपना बयान दिया है। इसके बावजूद चकरभाठा थाना-प्रभारी कह रहे हैं कि बच्चियों ने कोई बयान उनको नहीं दिया। टीम ने बाल कल्याण समिति के एक सदस्य से बात की। उन्होंने कहा कि बच्चियों ने बयान दिया है, पुलिस अधिकारी झूठ बोल रहे हैं। दूसरी तरफ गांव के कुछ लोग उस आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को डराने-धमकाने भी गए जिसने इस मामले को उजागर किया है। उसकी शिकायत पर भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, न ही उसे सुरक्षा दी गई है।
पत्रकारों से बात करते हुए लखन सुबोध और प्रियंका शुक्ला ने सवाल उठाया कि क्या पुलिस राजस्थान जैसी भंवरी देवी जैसी किसी घटना का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म का मामला सामने लाने के साहस के लिए तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि दो दिन के भीतर सभी आवश्यक कानूनी कदम पुलिस नहीं उठाती है तो वे सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम कर दिखावा किया जाता है पर सरकार उनको सुरक्षा दे पाने में विफल है। बच्चों को रेस्क्यू किए जाने के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज नहीं किया गया है।