मंत्री अमर अग्रवाल के जन्मदिवस पर आयोजित 23 सितंबर के कार्यक्रमों का कांग्रेस ने सांकेतिक विरोध का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय नारायण राय ने आज एक बयान जारी कर कहा कि 23 सितम्बर को मंत्री अमर अग्रवाल के जन्मदिन का उत्सव मनाया जा रहा है। 18 सितम्बर को हमारा ‘मरण-दिवस’ मनाने के बाद उत्सव मनाने का हक़ मंत्री को नहीं है। किसी के जन्मदिन से हमारा विरोध नहीं रहा पर एक माह पहले ही भाजपा के बड़े नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का देहांत हुआ था। पं. नेहरू के बाद अटलजी दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्हें विपक्ष भी सम्मान देता था। उनके देहांत से दुखी भाजपा सरकार हर योजना और संस्थाओं को अटल के नाम कर रही है। हिन्दू रीति-रिवाजों की अवहेलना कर बिना बरसी के हुए मंत्री अपना जन्म उत्सव मना रहे हैं। पार्टी इसका सांकेतिक विरोध करेगी। हालांकि अपने बयान में प्रवक्ता राय ने यह साफ़ नहीं किया है कि यह सांकेतिक विरोध किस तरह का होगा।