हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने की आलोचना
बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आज स्थानीय सांसद अरुण साव की इस बात के लिए आलोचना की है कि लगातार चार माह से समिति और बिलासपुर के नागरिक बिलासपुर एयरपोर्ट को उड़ान 5.0 योजना में शामिल करने की मांग कर रहे हैं, परन्तु इसके लिए सांसद अरुण साव ने आज तक नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात तक नहीं की। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने मार्च के महीने में ही सांसद महोदय से इस बात के लिए मुलाकात की थी और बिलासपुर को उड़ान योजना 5.0 का लाभ दिलाने की मांग की थी।
समिति ने केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले को गलत बताते हुए कहा कि एएआई ने उड़ान योजना के मापदंडो में फेर बदल कर एक एयरपोर्ट पर सप्ताह में 7 से अधिक लैंडिंग टेकऑफ होने पर एयरपोर्ट को “अंडर सेवेंड” श्रेणी से बाहर कर दिया। बिलासपुर एयरपोर्ट में केवल ८ लैंडिंग टेकऑफ हैं किंतु व्यावहारिक रूप से एक ही फ्लाइट है। समिति ने सवाल उठाया कि क्या केवल 8 लैंडिंग और टेकऑफ वाले बिलासपुर एयरपोर्ट को “फुल्ली सेर्वेड ” एयरपोर्ट माना जा सकता है? समिति ने कहा कि बिलासपुर से महानगरों तक सीधी उड़ान के लिए और अन्य शहरों की नई उड़ान के लिए बिलासपुर को उड़ान 5.0 योजना में शामिल किया जाना जरुरी है क्योंकि इसमें यात्रियों को प्रति टिकट सब्सिडी का प्रावधान है। समिति ने खेद जताया कि स्थानीय सांसद आज सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं परन्तु उनका ध्यान आम जनता की इस मांग के प्रति नहीं है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना रविवार को भी जारी रहा। इसमें बद्री यादव, देवेंद्र सिंह, महेश दुबे, कमल सिंह ठाकुर, मनोज श्रीवास, प्रकाश बहरानी, संत कुमार नेताम, राकेश शर्मा, समीर अहमद, विजय वर्मा, अनिल गुलहरे, केशव गोरख, दीपक कश्यप, संतोष पीपलवा, नरेश यादव, रशीद बख्श, चंद्रप्रकाश जायसवाल, यतीश गोयल, रवि बनर्जी, कमलेश दुबे, रणजीत सिंह खनूजा, मनोज तिवारी, चित्रकांत श्रीवास, अभिषेक चौबे व अनिल जांगड़े शामिल थे।