बिलासपुर। “छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने बिलासपुर में बन रहे स्टार्ट-अप हब को रोक कर अपनी विकास विरोधी और ओछी राजनीति का एक बार फिर प्रदर्शन किया है। ऐसा कर कांग्रेस ने रोजगार का अवसर लूटने का काम किया है।”
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामदेव कुमावत ने स्टार्ट अप हब को लेकर कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजना-परियोजनाओं को रोकने का राज्य सरकार का पुराना रवैया रहा है। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की विकास विरोधी राजनीति का एक और नमूना सामने है। केंद्र की भाजपा सरकार ने 2018 में बिलासपुर में 200 करोड़ पर एमएसएमई केंद्र बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद 2019 में केंद्र सरकार ने इस परियोजना को स्वीकृति देकर राज्य सरकार को चिट्ठी भेजी और जमीन तलाशने का आदेश दिया। आज 5 साल बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इस कार्य के लिए न तो कोई जमीन दी गई है और न ही प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये राज्य सरकार ने कोई खास कदम उठाया।
कुमावत ने कहा कि इस केंद्र के बनने से राज्य के 4 हजार से अधिक युवाओं को आधुनिक उपकरणों व एडवांस टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण आसानी से मिल सकता था। एक अनुमान के हिसाब से 5 सालों में इसके बन जाने से लगभग 5 लाख युवाओं को काम मिलता। ये पहली बार नहीं है जब राज्य की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के लोगों को केंद्र की योजनाओं से वंचित रखा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गतर्ग केंद्र के कई स्मरण पत्रों के बावजूद अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए प्रदेश के 16 लाख परिवारों को आवास योजना के घरों से वंचित रखा गया। नतीजा ये रहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ जहां देश में चौथे पायेदान पर था, वह कांग्रेस के शासन में खिसक कर 12वें स्थान पर गिर गया।