भारी जुर्माने का प्रावधान, ट्रैफिक सुधारने का हवाला दिया जा रहा
बिलासपुर। वाहन लेकर रेलवे स्टेशन ही नहीं बल्कि रेलवे परिक्षेत्र में कहीं भी आने जाने वालों को गाड़ी खड़ी करने पर भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। रेलवे ने पूरे एरिया को नो पार्किंग जोन कर दिया है। रेलवे का कहना है कि ऐसा यातायात सुगम करने के लिए किया जा रहा है, पर दूसरी ओर यह वाहन लेकर पहुंचने वालों से नये नियम लाकर वसूली बढ़ाने का तरीका दिखाई दे रहा है। जिस एरिया में यातायात व्यवस्थित करने पर खड़ी गाड़ियों पर जुर्माना वसूल करने की बात की जा रही है, वे स्टेशन से काफी दूर हैं और वहां ट्रैफिक संबंधी कोई समस्या नहीं है।
रेलवे ने कहा है कि स्टेशन परिसर में यात्रियों के व्यवधान रहित व सुगम आवागमन के साथ ही साथ स्टेशन के बेहतर सौदर्यीकरण सुनिश्चित करने के लिए पार्किंग के लिए जो जगह तय की गई है उसके अलावा जीरो गेट से स्टेशन चौक, आरक्षण कार्यालय भवन से चुचुहियापारा रेलवे अंडरब्रिज, स्टेशन चौक से तितली चौक एवं रेल्वे कोच रेस्टोरेन्ट से महेश स्वीट्स तक रेलवे क्षेत्र को नो पार्किंग क्षेत्र घोषित किया गया है।
र्रेल प्रशासन ने निर्णय लिया है कि नो पार्किंग क्षेत्र में खड़ी दो-तीन पहिया गाड़ियों को उठाकर एक निर्धारित स्थान गेट नं 4 के आगे टीआरडी ऑफिस के पास टो वे जोन ले जाया जाएगा। इन गाड़ियों को 200 रुपये शुल्क का भुगतान करने के बाद ही छोड़ा जाएगा। 6 घंटे के भीतर नहीं छुड़ाने की दशा में अतिरिक्त 20 रुपये प्रति घंटे की दर से शुल्क देना होगा। इसी प्रकार नो पार्किंग में खड़ी चार पहिया वाहनों को वहीं पर क्लेंपिंग की जाएगी तथा 500 रुपये शुल्क का भुगतान करने पर ही छोड़ा जाएगा। इसके अलावा 6 घंटे के भीतर नहीं छुड़ाने की दशा में 50 रुपये प्रति घंटे की दर से अतिरिक्त शुल्क देना होगा। शुल्क की रसीद इस कार्य के प्रभारी रेलवे कर्मचारी द्वारा दिया जाएगा। वाहनों को नहीं ले जाने की स्थिति में रेलवे नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि रोजाना सैकड़ों की संख्या में रेल यात्रियों को उनके परिजन लेने और छोड़ने के लिए स्टेशन पहुंचते हैं। ट्रेन समय पर नहीं आने के कारण उन्हें स्टेशन के आसपास ही वाहन के साथ मौजूद रहना पड़ता है। पहले भी इन वाहन को खड़ा करने पर पार्किंग ठेकेदार के लोग जबरन वसूली करने के लिए पहुंचते थे। अब इनका दायरा स्टेशन से करीब तीन किलोमीटर दूर तक बढ़ा दिया गया है। हाईकोर्ट ने इस जबरन वसूली पर फटकार लगाई थी तब कुछ दिनों तक रेलवे के वाणिज्य विभाग ने गेट नंबर 4 से वसूली का बोर्ड हटा दिया था, लेकिन उसके बाद पूरे एरिया में जगह-जगह नो पार्किंग का बोर्ड लगा दिया गया है, जबकि वहां आवागमन संबंधी कोई समस्या नहीं है।