बिलासपुर, 16 अगस्त। बस्तर के बीजापुर जिले में चिंतावागु नदी के कारण भारी बारिश में 30 गांव टापू बन गए थे, जिससे वहां के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस स्थिति को लेकर हाईकोर्ट में दायर स्वतः संज्ञान जनहित याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई, जिसमें बीजापुर कलेक्टर ने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार की नीति के अनुसार प्रभावित गांवों में चार महीने का राशन उपलब्ध कराया गया है और पुल निर्माण का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है।
बीजापुर जिले के इन गांवों में यह समस्या पिछले 77 वर्षों से बनी हुई है। इस बार की बाढ़ की खबरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसके आधार पर हाईकोर्ट ने इसे जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की।

बुधवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए, बीजापुर कलेक्टर ने हाईकोर्ट को बताया कि राज्य सरकार की नीति के तहत उन गांवों में पीडीएस दुकानों के माध्यम से चार महीने का राशन पहले ही उपलब्ध करा दिया गया है, जहां 500 से अधिक हितग्राही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ गांवों में 500 से कम हितग्राही होने के कारण वहां राशन की समस्या हो सकती है, लेकिन अब जलस्तर नीचे जा चुका है और स्थिति पहले से बेहतर है।

कलेक्टर ने यह भी जानकारी दी कि चिंतावागु नदी पर पुल निर्माण के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि भविष्य में ऐसी समस्या से बचा जा सके। जिन गांवों में आवागमन में कठिनाई हो रही है, वहां लोगों के लिए बोट का भी इंतजाम किया गया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी।

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