रायगढ़। कलाधानी नगरी रायगढ़ में शनिवार को 39वें चक्रधर समारोह का रंगारंग आगाज हुआ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 10 दिन तक चलने वाले इस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि संगीत सम्राट महाराज चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को विश्व में नई पहचान दिलाई है। राज्य सरकार स्थानीय कला संस्कृति और पारंपरिक विरासत को सहेजने के लिए प्रतिबद्ध है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा की और कला क्षेत्र में योगदान देने वाले विद्वानों को नमन किया।
समारोह में मुख्यमंत्री ने रायगढ़ के शैल चित्रों पर आधारित पुस्तिका और चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चक्रधर समारोह का आयोजन कमजोर पड़ गया था, लेकिन विधायक और वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल से इसे नए भव्य स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की समृद्ध खनिज संपदा और कृषि विकास की दिशा में प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
वित्त मंत्री चौधरी ने समारोह को देश के प्रतिष्ठित कलाकारों की उपस्थिति में भव्य तरीके से आयोजित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस बार आठ पद्मश्री कलाकार समारोह में भाग ले रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और आयोजकों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भी सभा को संबोधित किया।
समारोह में राज्यसभा सांसद कुंवर देवेंद्र प्रताप सिंह, रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, राजपरिवार की उर्वशी सिंह, बिजया सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।