सरकारी संपत्तियों पर नहीं हो सकेगा प्रचार, निजी में मकान मालिकों से लिखित अनुमति जरूरी

कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी पी. दयानंद ने सभी राजनीतिक दलों और अधिकारी-कर्मचारियों से चुनाव आचार संहिता का पालन करने कहा है। शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित किए जाने के बाद राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में दयानंद ने कहा कि निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है। सभी राजनैतिक दलों और अधिकारी-कर्मचारियों को आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने कहा है।

सभी शासकीय भवनों से प्रचार-प्रसार संबंधी सभी साधन हटाने के निर्देश दिये गये हैं। बैनर, पोस्टर, फ्लैक्स आदि तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये गये हैं। पंचायत और ग्राम स्तर पर भी बैनर-पोस्टर इत्यादि हटाने के निर्देश दिये गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने संपत्ति विरूपण अधिनियम का कड़ाई से पालन के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्तियों पर बैनर, पोस्टर,नारा लेखन, होर्डिंग्स के द्वारा विरुपण नहीं किया जा सकता है। निजी संपत्ति पर लेखन के लिये संपत्ति मालिक से लिखित अनुमति आवश्यक होगी। बगैर अनुमति के राजनैतिक दल सभा, जुलूस, धरना आयोजित नहीं किया जा सकेगा। कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत रात्रि 10 से सुबह 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले के सभी मतदाताओं से अपील की है कि निर्वाचन में निष्पक्ष और भयमुक्त होकर सहभागिता सुनिश्चित करें। जिला निर्वाचन कार्यालय निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन के लिये प्रतिबद्ध है। किसी भी नागरिक एवं मतदाताओं को निर्वाचन से संबंधित कोई भी जानकारी अथवा शिकायत हो तो तत्काल जिला निर्वाचन कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

एडिशनल एसपी अग्रवाल के स्थानांतरण की मांग

दूसरी तरफ शनिवार को कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र भेजकर मांग की है कि आज ही यहां पदस्थ किए गये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल का अन्यत्र स्थानांतरण किया जाए। शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने शिकायत में कहा है कि वे नगर विधायक अमर अग्रवाल के रिश्तेदार हैं जो भाजपा के संभावित प्रत्याशी हैं। बड़े ओहदे में बैठे अधिकारी से ऐसी स्थिति में निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसी तरह उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुमित अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर दिव्या अग्रवाल और नगर-निगम में निर्वाचन का काम देखने वाले अनिल अग्रवाल को हटाया जाए।

 

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