बिलासपुर। बिलासपुर रेंज के अंतर्गत जिलों में e-Sakshya और IO Mitaan एप्लिकेशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 4 अक्टूबर 2024 को सीसीटीएनएस शाखा पुलिस मुख्यालय, छत्तीसगढ़ नवा रायपुर के सहयोग से एकदिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में रेंज के राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चौकी प्रभारियों, विवेचकों और सीसीटीएनएस ऑपरेटरों को प्रशिक्षित किया गया।
e-Sakshya और IO Mitaan एप्स का महत्व
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि 1 जुलाई 2024 से तीन नए कानून लागू होने के बाद से e-Sakshya एप्लिकेशन का महत्व बढ़ गया है। इन कानूनों के तहत आपराधिक मामलों में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य का संग्रहण, पीड़ित और गवाहों के कथन, तलाशी और जप्ती के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का प्रावधान अनिवार्य हो गया है। e-Sakshya एप्लिकेशन, जो राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विकसित किया गया है, विवेचकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में साक्ष्य रिकॉर्ड करने, संरक्षित करने और प्रमाणपत्र प्राप्त करने में मदद करता है। इस एप के माध्यम से रिकॉर्ड किए गए साक्ष्यों को e-Sakshya पोर्टल पर क्लाउड में अपलोड किया जा सकता है और वीडियो, फोटो व प्रमाणपत्र को डाउनलोड भी किया जा सकता है।
इसी प्रकार, IO Mitaan एप्लिकेशन, जो पुलिस मुख्यालय द्वारा विकसित किया गया है, अपराध की विवेचना में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र करने में मदद करता है। पुलिस अधिकारियों को इन दोनों एप्स का प्रभावी उपयोग करते हुए आपराधिक मामलों में अनिवार्य रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
सरल व विस्तृत प्रस्तुति
कार्यशाला में सीसीटीएनएस शाखा के अधिकारियों सत्यप्रकाश उपाध्याय, शेखर देवनाथ, और पुरुषोत्तम वर्मा ने e-Sakshya और IO Mitaan एप्स के उपयोग पर विस्तृत और सरल प्रस्तुति दी। उन्होंने प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान भी किया।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में दीपमाला कश्यप, पुलिस अधीक्षक (विशेष शाखा), बिलासपुर का विशेष सहयोग रहा। इसके अलावा, अति. पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह, उप पुलिस अधीक्षक विकास पाटले का भी योगदान रहा। रेंज के कुल 600 पुलिस अधिकारी/कर्मचारी, राजपत्रित अधिकारी, थाना/चौकी प्रभारी, विवेचक और सीसीटीएनएस ऑपरेटर भी मौजूद रहे।