बिलासपुर। बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने ऑनलाइन वित्तीय ठगी के एक मामले में अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के मुख्य सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस कार्रवाई का संचालन पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में किया गया।

 सोशल मीडिया पर विज्ञापन, फर्जी सिम और बैंक खाते

गिरोह ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्टॉक मार्केट में निवेश पर भारी लाभ कमाने के विज्ञापन देकर लोगों को झांसे में लिया और उनसे 42 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों का उपयोग कर इस ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित आनंद अग्रवाल ने थाना धर्मजयगढ़ में इस ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर मामले की जांच बिलासपुर साइबर थाना को सौंपी गई।

गुजरात में की धरपकड़

तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने पाया कि आरोपी गुजरात के अहमदाबाद और मेहसाणा जिलों के निवासी हैं। विशेष टीम ने उप निरीक्षक अजय वारे के नेतृत्व में गुजरात जाकर पांच दिनों तक कैंप किया और आरोपियों की तलाश में जुटे रहे। टीम ने हितेष भाई पटेल, मनीश पटेल, और ठाकोर सचिन कुमार को स्थानीय पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने सोशल मीडिया पर निवेश का झांसा देकर ठगी करने की बात स्वीकार की। ट्रांजिट रिमांड पर उन्हें बिलासपुर लाया गया, जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पुलिस की अपील: सतर्क रहें, ठगी से बचें

बिलासपुर पुलिस ने आम जनता से ठगों से सावधान रहने की अपील की है। ठगी से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

  • स्टॉक मार्केट में भारी लाभ के नाम पर अनजान कॉल्स से सावधान रहें।
  • कस्टम विभाग, पुलिस, CBI, या ED का अधिकारी बनकर ठगी करने के प्रयासों से सतर्क रहें।
  • अज्ञात कॉल्स से प्राप्त पार्सल जानकारी साझा न करें; ठग आपके कॉल्स को ट्रैक कर सकते हैं।
  • किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के साथ बैंकिंग जानकारी, OTP, आधार या पैन कार्ड जानकारी साझा न करें।
  • बिना प्रमाणित वेबसाइट और ऐप्स का उपयोग न करें।
  • किसी भी प्रकार के सस्ते सामान खरीदते समय नकद भुगतान करें।

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