बिलासपुर। शहडोल रेल मंडल के यार्ड में रविवार को मालगाड़ी के दो वैगन पटरी से उतरने के कारण रेल यातायात घंटों तक प्रभावित रहा, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस हादसे के कारण अप और डाउन दोनों लाइन पर यात्री ट्रेनों को करीब 5 घंटे से अधिक समय तक रोके रखना पड़ा। घटना के तुरंत बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया, लेकिन देर शाम तक कटनी रूट पर यातायात पूरी तरह से बहाल नहीं हो पाया था।
असमान लोडिंग बनी वजह
यह घटना रविवार दोपहर करीब दो बजे शंटिंग के दौरान हुई, जब ट्रेन नंबर बीओबीवाय लोड एसडीएल के दो वैगन असमान लोडिंग के कारण असंतुलित होकर पटरी से उतर गए। जानकारी के अनुसार, लोको पायलट राम तीरथ और सहायक लोको पायलट अमित सोनकर ट्रेन को शंटिंग करते समय लाइन आठ से लाइन एक पर ले जा रहे थे। जैसे ही ट्रेन रिवर्स होकर पाइंट नंबर 70ए के पास पहुंची, वैगन पटरी से उतर गए, जिससे यार्ड का यातायात ठप हो गया।
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने फौरन हूटर बजाकर यार्ड में चेतावनी दी। शहडोल एआरएम, एईई ओपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और जांच कार्य प्रारंभ किया। डाउन लाइन पर यातायात शाम पांच बजे के बाद बहाल हो सका, लेकिन अप और संयुक्त लाइन पर अब भी यातायात में व्यवधान जारी रहा। अधिकारियों के अनुसार, असमान लोडिंग से संतुलन बिगड़ने को दुर्घटना का प्राथमिक कारण माना जा रहा है।
बेपटरी होने की इस घटना के बाद पुरी-वलसाड़, नर्मदा एक्सप्रेस और उत्कल एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें घंटों लेट रहीं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। पुरी-वलसाड़ ट्रेन को खोंगसरा स्टेशन पर लंबे समय तक रोकना पड़ा। रेलवे प्रशासन ने अतिरिक्त संसाधनों को तैनात कर वैगनों को वापस पटरी पर लाने का काम जारी रखा। देर शाम तक रेल यातायात को काफी हद तक सामान्य कर लिया गया था, लेकिन यात्री असुविधा बनी रही।