कोरबा। कोरबा के सिटी कोतवाली में बीती शाम पुलिस के अंदरुनी विवाद का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया, जब थाने के भीतर ही दो सहायक उप निरीक्षकों (ASI) और एक आरक्षक के बीच जमकर हाथापाई हो गई। इस हाथापाई में ASI अजय सिंह ठाकुर के दांत टूट गए, जबकि दूसरे ASI अश्वनी वर्मा का हाथ टूट गया। इस घटना के बाद कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने सख्त कदम उठाते हुए दोनों ASI को लाइन अटैच कर दिया है, जबकि घटना की जांच के निर्देश CSP भूषण एक्का को दिए गए हैं।

मुखबिरों को लेकर हुआ विवाद, बढ़ी तनातनी
मामला 6 नवंबर की शाम करीब सात बजे का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, थाने में दो मुखबिरों और गवाहों के बारे में बात करते हुए ASI अश्वनी वर्मा और आरक्षक नितेश मिश्रा के बीच तीखी बहस हो गई। ASI वर्मा ने आरक्षक मिश्रा को यह कहते हुए फटकारा कि वह ASI अजय सिंह द्वारा दिए गए कार्यों को अधिक प्राथमिकता देता है, जो वर्मा को नागवार गुजरा। बहस के बीच ASI अजय सिंह ने भी वर्मा की ओर बढ़ते हुए अपने खिलाफ कही गई बातों पर नाराजगी जताई, जिसके बाद विवाद ने उग्र रूप ले लिया और दोनों ASI आपस में हाथापाई करने लगे।

मारपीट में दांत और हाथ टूटा, थाने का स्टाफ बचाव में जुटा
इस घटना से थाने का माहौल गर्म हो गया, और वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने बीच-बचाव कर किसी तरह स्थिति को संभाला। इस विवाद में ASI अजय सिंह ठाकुर का दांत और ASI अश्वनी वर्मा का हाथ टूट गया। थाने की इस घटना की सूचना तत्काल एसपी सिद्धार्थ तिवारी को दी गई, जिन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों ASI को लाइन अटैच करने का आदेश जारी कर दिया और घटना की जांच के निर्देश दिए।

आरक्षक पहले से न्यायालय कार्य में तैनात
गौरतलब है कि इस घटना में शामिल आरक्षक नितेश मिश्रा पहले से ही लाइन में तैनात हैं और न्यायालय के कार्य में संलग्न हैं। इस घटना के बाद से कोरबा पुलिस महकमे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है, और थाने में अनुशासन को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

CSP को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी
एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने मामले की जांच सीएसपी भूषण एक्का को सौंप दी है, जो थाने के भीतर उत्पन्न इस विवाद और मारपीट के कारणों की विस्तृत जांच करेंगे। प्रारंभिक तौर पर बताया जा रहा है कि दोनों ASI के बीच पुराने विवाद के कारण यह मामला इतना उग्र हो गया। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि इस मामले में कौन दोषी है और किसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।

थाने में अनुशासन पर सवाल, पुलिस महकमे में हड़कंप
इस घटना ने कोरबा पुलिस विभाग के अनुशासन पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि थाने के भीतर ही पुलिसकर्मियों के बीच ऐसी घटनाएं न केवल विभाग की छवि को खराब करती हैं, बल्कि अनुशासन के महत्व पर भी प्रश्नचिन्ह लगाती हैं। एसपी का त्वरित निर्णय और जांच के निर्देश को लेकर विभाग में खलबली मची हुई है।

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