निजी टैक्सी, केंटीन, कन्वेयर बेल्ट व बस सेवा की मांग
बिलासपुर। बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट ने एक मार्च 2021 से अक्टूबर 2024 तक 1,15,000 से अधिक यात्रियों को सेवाएं प्रदान की हैं। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने यह आंकड़े नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी डेटा के आधार पर साझा किए हैं। समिति का मानना है कि यह संख्या उत्साहजनक है, खासकर जब अधिकांश समय केवल एक फ्लाइट का संचालन हुआ और खराब मौसम व दृश्यता की समस्या के चलते कई उड़ानें रद्द भी हुईं।
सुविधाओं की कमी के बावजूद यात्रियों की प्राथमिकता
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कहा कि बुनियादी सुविधाओं की कमी और फ्लाइट संचालन की अनिश्चितता के बावजूद यात्री बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट से ही यात्रा करना पसंद करते हैं। समिति का मानना है कि यदि एयरपोर्ट पर सभी सुविधाएं प्रदान की जाएं और उड़ानों का नियमित संचालन हो, तो यह एयरपोर्ट अत्यधिक सफल बन सकता है।
बुनियादी सुविधाओं की मांग
समिति ने एयरपोर्ट पर निम्नलिखित समस्याओं को रेखांकित किया और इनकी तुरंत समाधान की मांग की:
- ऑटो और निजी टैक्सियों की अनुमति: वर्तमान में ऑटो रिक्शा और निजी टैक्सियों का प्रवेश वर्जित है, जिससे यात्रियों को असुविधा होती है।
- टॉयलेट और कैंटीन: एयरपोर्ट पर यात्रियों और उनके परिजनों के लिए टॉयलेट और कैंटीन की सुविधा का अभाव है।
- कन्वेयर बेल्ट की कमी: सामान लाने-ले जाने के लिए कन्वेयर बेल्ट जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं है।
- बस सेवा का अभाव: एलायंस एयर की ओर से यात्रियों को विमान तक पहुंचाने के लिए कोई बस सेवा नहीं है, जिससे बारिश के दौरान यात्रियों को परेशानी होती है।
टर्मिनल विस्तार और नई सुविधाएं
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने सुझाव दिया कि नए टर्मिनल भवन के विस्तार में कन्वेयर बेल्ट, टॉयलेट, और कैंटीन की सुविधा को शामिल किया जाए। साथ ही, एयरलाइन कंपनियों को यात्रियों के लिए बस सेवा उपलब्ध करानी चाहिए।
धरने में प्रमुख हस्तियां
शनिवार को जारी महाधरने में अनिल गुलहरे, रवि बनर्जी, डॉ. प्रदीप राही, बद्री यादव, दिनेश निर्मलकर, हीरा यादव, समीर अहमद, मनोज श्रीवास, दीपक कश्यप, केशव गोरख, मोहन जायसवाल, महेश दुबे, टाटा संतोष पीपलवा, आशुतोष शर्मा, रणजीत सिंह खनूजा, अमर बजाज, प्रकाश बहरानी, साबर अली, मोहसिन अली, अखिल अली, और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।