बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की प्रतिभाशाली कबड्डी खिलाड़ी संजू यादव ने राज्य का नाम रोशन किया है। एशियन कबड्डी चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में चयनित होकर वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाली छत्तीसगढ़ की पहली कबड्डी खिलाड़ी बन गई हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बधाई दी और शुभकामनाएं दीं।
ईरान में दिखाएंगी दमखम
4 से 9 मार्च तक तेहरान (ईरान) में होने वाली इस प्रतियोगिता में संजू भारतीय टीम का हिस्सा होंगी। वह वर्तमान में सोनीपत (हरियाणा) में प्रशिक्षण ले रही थीं और 1 मार्च को भारतीय टीम के साथ ईरान के लिए रवाना हो गईं।
सामान्य परिवार से निकली अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी
कोरबा जिले के केराकछार पाली गांव की रहने वाली संजू के पिता रामजी यादव ड्राइवर हैं और माता अमरिका बाई गृहिणी हैं। 2016 में कबड्डी खेलना शुरू करने वाली संजू को पहली बार जिला कबड्डी संघ के पदाधिकारियों ने तिवरता में आयोजित प्रतियोगिता में खेलते देखा और क्लब में शामिल किया।
संघर्ष से बनीं स्टार खिलाड़ी
संजू ने कटघोरा गवर्नमेंट कॉलेज से पढ़ाई की और आईटीआई के दौरान लाल मैदान, दर्री में अभ्यास करती थीं। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें बहतराई खेल अकादमी, बिलासपुर में ट्रेनिंग का मौका मिला। वहां से हरियाणा में नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में उम्दा प्रदर्शन के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीम में स्थान मिला।
छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण
संघ के कोच अनुज प्रताप सिंह और बसंत शर्मा ने इसे राज्य के लिए गर्व का विषय बताया। तिवरता कबड्डी स्पर्धा आयोजन समिति के हरिशंकर दुबे और रायगढ़ के राजेश पटनायक, जिन्होंने 6 साल पहले 2 लाख रुपये की सहायता से कबड्डी मैट उपलब्ध करवाई थी, भी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं।
छत्तीसगढ़ की यह बेटी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। पूरा प्रदेश उनकी सफलता की कामना कर रहा है!