बिलासपुर। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 का समापन समारोह रविवार को पुलिस परेड मैदान में आयोजित किया गया। उपमुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव के मुख्य आतिथ्य में संपन्न इस समारोह में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान में योगदान देने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्कूली छात्रों, अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतें दुखद हैं, और इससे परिवारों पर गहरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा, “यातायात नियमों का पालन करके और सुरक्षा उपाय अपनाकर इन दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। सरकार सड़क सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन यह चेतना आम नागरिकों में भी आनी चाहिए। जागरूकता अभियान का समापन आज हो रहा है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमारा प्रयास निरंतर जारी रहना चाहिए।”
इस अवसर पर महापौर पूजा विधानी ने भी सड़क नियमों के पालन की अपील की ताकि सड़क हादसों में कमी लाई जा सके।
सड़क सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
आईजी संजीव शुक्ला ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतें चिंता का विषय हैं, और इसे रोकने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर पुलिस ने जागरूकता बढ़ाने के लिए 4000 से अधिक हेलमेट का वितरण किया और विभिन्न संगठनों के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया।
एसपी रजनेश सिंह ने जिले में सड़क सुरक्षा माह के तहत की गई गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि सड़क नियमों के उल्लंघन पर 12,428 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में ब्लैक स्पॉट को कम करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
समारोह में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा, जागरूकता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले सामाजिक संगठनों और अन्य प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। स्कूली छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें सड़क सुरक्षा से जुड़े संदेश दिए गए।
कार्यक्रम में विधायक धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, दिलीप लहरिया, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, एडिशनल एसपी राम गोपाल करियारे, डीएसपी शिव सिंह परिहार सहित यातायात विभाग के अधिकारी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, स्कूली छात्र, एनएसएस, एनसीसी और स्काउट गाइड के स्वयंसेवक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।