बिलासपुर, 16 अप्रैल

जिले में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से जिला पुलिस ने “यातायात मित्र” नामक एक नई पहल की शुरुआत की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के दिशा-निर्देशन में यह योजना लागू की गई है, जिसके तहत अब सड़क पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सिर्फ पुलिस ही नहीं, बल्कि यातायात मित्र भी निगरानी रखेंगे

🚦 यातायात मित्र क्या करेंगे?

इन यातायात मित्रों को हाईवे किनारे स्थित दुकान, होटल, ढाबा, पेट्रोल पंप, गुमटी आदि के संचालकों में से चुना गया है, जिन्हें यातायात पुलिस से सीधे जोड़ा गया है। ये मित्र निम्नलिखित कार्यों में सहयोग करेंगे:

  • सड़क हादसों की सूचना तुरंत पुलिस को देना।
  • ब्रेकडाउन या दुर्घटना की स्थिति में तत्काल सहायता करना।
  • बिना हेलमेट, सीट बेल्ट, तेज रफ्तार या नशे में वाहन चलाने वालों की जानकारी देना।
  • ऐसे स्थानों की पहचान करना, जहां बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं।
  • ब्लैक स्पॉट व खतरनाक मोड़ों की सूचना देना।

🛑 नियम उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई

यातायात मित्रों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी। नशे में गाड़ी चलाने वाले, तेज रफ्तार या नियमों की अनदेखी करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। आदतन नियम तोड़ने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

🤝 सामुदायिक सहभागिता का प्रयास

15 अप्रैल को चेतना भवन, बिलासपुर में आयोजित बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह, एएसपी राजेन्द्र जायसवाल और रामगोपाल करियारे सहित यातायात पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यापारियों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को यातायात मित्र के रूप में नामांकित किया गया और उन्हें जिम्मेदारी का एहसास कराते हुए यातायात नियमों के पालन में सहयोग का आग्रह किया गया।

📱 त्वरित संवाद के लिए व्हाट्सएप ग्रुप

यातायात मित्रों के साथ एक विशेष व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसके माध्यम से पुलिस और मित्रों के बीच सीधे संवाद और सूचना का आदान-प्रदान होगा।

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