हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने चेतावनी दी- यदि फंड नहीं दिया गया तो पॉवर प्लांट का करेंगे विरोध
बिलासपुर। बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट को 4C श्रेणी में अपग्रेड करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने 500 करोड़ रुपये की इस परियोजना को लागू करने में देरी की या इसे टाला, तो बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रस्तावित पॉवर प्लांट और कोयला खनन परियोजनाओं का विरोध शुरू किया जाएगा।
समिति ने कहा, “छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के 18 जिलों के लिए बिलासपुर सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। 49 महीनों में 1,40,499 यात्रियों ने सीमित सुविधाओं के बावजूद यहां से यात्रा की। यह साबित करता है कि 4C एयरपोर्ट की मांग जायज़ है।”
बुनियादी सुविधाओं की कमी
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आंकड़ों के साथ अपनी मांग को मजबूती से रखा है। समिति ने बताया कि मार्च 2021 से अप्रैल 2025 तक, 49 महीनों में बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट से 1,40,499 यात्रियों ने यात्रा की। यह संख्या तब है, जब एयरपोर्ट पर बुनियादी सुविधाओं जैसे कन्वेयर बेल्ट, एरो ब्रिज, सुलभ टैक्सी सेवा, कैंटीन, और विमान तक पहुंचाने वाली बस का अभाव है। इसके बावजूद, 72-सीटर एटीआर विमानों में प्रति उड़ान औसतन 50 से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं। गर्मी के चार महीनों में उच्च तापमान के कारण 60 से अधिक यात्रियों की बुकिंग नहीं की जाती, क्योंकि छोटा रनवे पूर्ण लोड के साथ टेकऑफ को जोखिम भरा बनाता है।
समिति ने बताया कि दिल्ली और कोलकाता के लिए सप्ताह में दो दिन चलने वाली सीधी उड़ानों में भी अच्छी यात्री संख्या है। दिल्ली के लिए प्रति उड़ान 50-60 और कोलकाता के लिए 45-50 सीट बुक किए गए हैं। यदि ये उड़ानें प्रतिदिन उपलब्ध हों, तो यात्री संख्या में और वृद्धि होगी।
समिति ने कहा–“एटीआर विमान सुरक्षित हैं, लेकिन कई यात्री बोइंग और एयरबस को प्राथमिकता देते हैं। इसके लिए 2300 मीटर का रनवे चाहिए, जो केवल 4C एयरपोर्ट में संभव है।”
4C अपग्रेड की आवश्यकता
वर्तमान में बिलासपुर एयरपोर्ट का रनवे केवल 1490 मीटर लंबा है, जो 72-सीटर एटीआर विमानों के लिए पर्याप्त है, लेकिन बोइंग और एयरबस जैसे बड़े विमानों के लिए कम से कम 2300 मीटर का रनवे आवश्यक है। समिति ने बताया कि कई यात्री एटीआर विमानों में यात्रा करने से हिचकते हैं, क्योंकि ये कम ऊंचाई पर उड़ते हैं और यात्रा समय अधिक लगता है। हालांकि, एटीआर विमान विश्व में सबसे सुरक्षित माने जाते हैं, फिर भी यात्री बड़े विमानों को प्राथमिकता देते हैं। 4C श्रेणी में अपग्रेड होने पर रनवे का विस्तार, नाइट लैंडिंग सुविधा, और बेहतर टर्मिनल सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे यात्री संख्या में भारी वृद्धि होगी।
विकास में भेदभाव पर विरोध की चेतावनी
समिति ने छत्तीसगढ़ सरकार पर बिलासपुर और सरगुजा संभाग के साथ विकास में भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन संभागों से कोयला और बिजली की आपूर्ति देश के 10 राज्यों को की जाती है, लेकिन इसके बदले में विकास का उचित हिस्सा नहीं मिल रहा। बिलासपुर संभाग में लाखों एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई, जंगल साफ किए गए, और बांधों का पानी पावर प्लांट्स के लिए डायवर्ट किया गया। ये परियोजनाएं भारी प्रदूषण फैला रही हैं, जिससे रेल यात्रा व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।
समिति ने सवाल उठाया कि जब एनटीपीसी का धुआं और राख बिलासपुर और कोरबा में फैलता है, तो ट्रिपल आईटी और बालको का कैंसर हॉस्पिटल नया रायपुर में क्यों बनाया गया? उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बिलासपुर एयरपोर्ट को 4C में अपग्रेड करने के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन नहीं किया गया, तो नए पावर प्लांट और कोयला खनन परियोजनाओं का विरोध शुरू किया जाएगा।
समिति ने कहा- “बिलासपुर संभाग राष्ट्रहित में योगदान दे रहा है, लेकिन बदले में विकास का हिस्सा नहीं मिल रहा। हम चारागाह नहीं हैं कि प्राकृतिक संसाधनों का शोषण हो और कुछ न मिले।”
हाईकोर्ट और सरकार की जवाबदेही
बिलासपुर हाईकोर्ट ने भी एयरपोर्ट के विकास में देरी पर नाराजगी जताई है। हाल ही में एक सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार को लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। समिति ने मांग की है कि 287 एकड़ जमीन, जो सेना के पास है, को तुरंत एयरपोर्ट प्रबंधन को हस्तांतरित किया जाए और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया तेज की जाए।
नागरिकों का समर्थन और धरना जारी
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का धरना शनिवार-रविवार को जारी रहा, जिसमें अनिल गुलहरे, रवि बनर्जी, रमाशंकर बघेल, गोपाल दुबे, मोहन जायसवाल, राकेश शर्मा, दीपक कश्यप, मनोज श्रीवास, अमर बजाज, चंद्र प्रकाश जायसवाल, महेश दुबे, देवेंद्र सिंह ठाकुर, अशोक भंडारी, मोहसिन अली, साबर अली, अखिल अली, और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे। समिति ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक बिलासपुर को सर्वसुविधायुक्त 4C एयरपोर्ट नहीं मिल जाता।