बिलासपुर। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के संदर्भ में एसईसीएल (दक्षिण पूर्व कोलफील्ड्स लिमिटेड) ने स्पष्ट किया है कि कुसमुंडा कोयला खदान पूरी तरह सामान्य रूप से संचालित हो रही है और वहां कोयला उत्पादन व प्रेषण सुचारु रूप से जारी है।
एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्र ने जानकारी दी कि शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हुआ, जिसमें कुसमुंडा खदान के माइन रोड/हॉल रोड पर तेज बारिश के कारण बहते पानी का दृश्य दिखाई दे रहा था। वीडियो संभवतः खदान क्षेत्र में कार्यरत किसी वाहन चालक या ऑपरेटर द्वारा बनाया गया प्रतीत होता है। इसमें कुछ दृश्य खदान के बेंचों से ऊंचाई से गिरते वर्षा जल के भी हैं, जिन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर संपादित कर म्यूज़िक आदि के साथ प्रस्तुत किया गया है।
बारिश के दौरान लागू होता है सुरक्षा प्रोटोकॉल
सनीश चंद्र ने बताया कि मानसून के दौरान सभी खुली खदानों में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। तेज बारिश के समय कर्मचारियों और भारी मशीनरी की सुरक्षा को देखते हुए अस्थायी रूप से कार्य रोका जा सकता है, जिसे बारिश थमने के बाद फिर से शुरू कर दिया जाता है। यह एक मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल है।
कोयला उत्पादन और प्रेषण जारी
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुसमुंडा खदान में शुक्रवार को लगभग 40,000 टन कोयले का उत्पादन किया गया, जबकि 80,000 टन से अधिक कोयला प्रेषित किया गया। सभी तीनों पालियों में खदान ने नियमित रूप से काम किया और कोई व्यवधान नहीं आया।
सोशल मीडिया पर भ्रम न फैलाएं – पीआरओ की अपील
एसईसीएल ने नागरिकों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से अपील की है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित किसी भी वीडियो या पोस्ट को बिना सत्यापित किए वायरल न करें। खदान पूरी तरह सक्रिय और सुरक्षित है, और वहां कार्य संचालन सामान्य रूप से जारी है।