बिलासपुर। शिक्षा विभाग के संभागीय कार्यालय में पदस्थ सहायक संचालक मुकेश मिश्रा शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में नजर आए। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से बदतमीजी की, गालियां दीं और खुद को अजेय बताते हुए कहा कि “मेरा कोई कुछ नहीं उखाड़ सकता।” इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया।

घटना के सामने आने के बाद संयुक्त संचालक आरपी आदित्य ने तुरंत तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। कमेटी में सहायक संचालक प्रशांत राय, सहायक संचालक पी. दासरथी और पीजीबीटी कॉलेज के सहायक प्राध्यापक संजय आवदे को शामिल किया गया है। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।

शिक्षकों से गाली-गलौच, बार-बार लड़खड़ाए

शुक्रवार को बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, मुंगेली, जांजगीर और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से आए शिक्षक युक्तियुक्तिकरण नीति के विरोध में ज्ञापन देने संभागीय कार्यालय पहुंचे थे। इसी दौरान सहायक संचालक मुकेश मिश्रा नशे की हालत में नजर आए। शिक्षकों का आरोप है कि मिश्रा ने उनसे अभद्र भाषा में बात की, गालियां दीं और शिकायत सुनने की बजाय चेंबर की ओर बढ़ गए।

सीढ़ियां चढ़ते समय वे कई बार लड़खड़ाए, जिससे साफ था कि उनकी हालत ठीक नहीं है। शिक्षकों ने जब विरोध जताया तो मिश्रा ने कहा, “ज्यादा से ज्यादा 10-15 दिन के लिए सस्पेंड हो जाऊंगा, फिर लौट आऊंगा।”

दवाइयों का बहाना, बाद में पलटे बयान से

जब मामला बढ़ा तो मुकेश मिश्रा ने दवाइयों का सहारा लेते हुए कहा कि वे बीमार हैं और जो दवाइयां लेते हैं, वे नशे जैसी असर करती हैं। उन्होंने शिक्षकों से पूछा – “क्या मेरे मुंह से शराब की बदबू आ रही है?” बाद में उन्होंने न गाली देने की बात मानी और सस्पेंशन से जुड़ी बातों को।

विभाग में चर्चा, कार्रवाई की मांग

इस घटना के बाद पूरे शिक्षा विभाग में चर्चा है। कई शिक्षकों ने इस व्यवहार को शर्मनाक और अनुशासनहीनता बताया है। अब सबकी नजर जांच कमेटी की रिपोर्ट और कार्रवाई पर टिकी है।

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