बिलासपुर खरीफ सीजन की शुरुआत होते ही जिले के किसानों को खाद और बीज की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी बिलासपुर ने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने आरोप लगाया कि सहकारी समितियों में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है और निजी दुकानों में नकली व अमानक बीज बेचे जा रहे हैं, जिससे किसान बुरी तरह परेशान हैं।

प्रदेश संगठन मंत्री सरदार जसबीर सिंह चावला ने कहा कि यह स्थिति सिर्फ बिलासपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के किसानों की यही हालत है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की टीम कुछ दुकानों में छापेमारी जरूर कर रही है, लेकिन खानापूर्ति से ज्यादा कुछ नहीं हो रहा। दुकानदार न तो बीज का बिल दे रहे हैं और न ही दुकान में दर सूची चस्पा की गई है।

प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने बताया कि मस्तूरी, सीपत, तखतपुर और मल्हार जैसे ब्लॉकों में किसानों को नकली खाद-बीज बेचे जाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। उनका आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारियों और निजी विक्रेताओं की मिलीभगत से यह गड़बड़ी चल रही है। कई जगहों पर तय कीमत से ज्यादा दर पर खाद और बीज बेचे जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।

लोकसभा सचिव राकेश लुनिया ने कहा कि जिले के 300 से ज्यादा गांवों में खाद और बीज की आपूर्ति अधूरी है, जिससे किसान भटकने को मजबूर हैं। समितियों के प्रबंधक किसानों की समस्याएं सुनने को भी तैयार नहीं हैं।

ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे जिनमें प्रदेश यूथ विंग अध्यक्ष अरुण नायर, लोकसभा अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र देवांगन, जिला यूथ विंग अध्यक्ष नुरुल हुदा, मीडिया प्रभारी इरफान सिद्दीकी, बलदेव सोनी, अशोक वस्त्रकार, परदेसी यादव, रोजी रानी, नाबू यादव समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।

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