बिलासपुर। करीब 6 साल से बिलासपुर में बेहतर हवाई सुविधा और फोर सी (4C) एयरपोर्ट के लिए चल रहे आंदोलन को अब स्थानीय विधायक अमर अग्रवाल का खुला साथ मिल गया है। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने इस आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की सहमति दी है।
रविवार को वे पहली बार खुद इस धरने में शामिल होने वाले थे। समिति की ओर से बताया गया कि वे आज स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से नहीं आ पाए। उनकी जगह जिला भाजपा अध्यक्ष दीपक सिंह ठाकुर ने धरने में शामिल होकर आंदोलन को समर्थन दिया और भरोसा दिलाया कि विधायक खुद अगली तारीख पर धरने में बैठेंगे।
रविवार के इस धरने में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और शहर के तमाम समाज, संगठन के लोग जुटे। लंबे वक्त से इस आंदोलन को भाजपा विधायक, सांसदों का नैतिक समर्थन तो मिलता रहा, पर पहली बार कोई सत्ताधारी दल का विधायक खुद धरने में उतर रहा है। इसे बिलासपुर की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।
रविवार के धरने में आए वक्ताओं ने कहा कि बिलासपुर एयरपोर्ट की हालत ऐसी है कि यहां अभी सिर्फ छोटे जहाज ही उड़ सकते हैं। रनवे छोटा है और नाइट लैंडिंग की तैयारी भी अधूरी है। बड़ी कंपनियों के पास बोइंग और एयरबस जैसे बड़े जहाज हैं, जो इस एयरपोर्ट पर नहीं उतर सकते। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक रनवे बढ़ाकर 4सी कैटेगरी का एयरपोर्ट नहीं बनेगा, तब तक महानगरों से सीधी फ्लाइट मिलना मुश्किल है।
हवाई सुविधा संघर्ष समिति ने कहा कि एयरपोर्ट के पास की 1012 एकड़ जमीन सेना ने ली थी, जो अब खाली पड़ी है और सेना उसे लौटाने को भी तैयार है। लेकिन राज्य सरकार इस पर फैसला नहीं ले रही, इसी वजह से काम अटका हुआ है।
धरने में जिला अधिवक्ता संघ, तेलुगु समाज, निषाद समाज, ब्राह्मण समाज, व्यापारी संगठन और कई अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सबने रायपुर एयरपोर्ट पर निर्भरता खत्म करने और बिलासा देवी एयरपोर्ट को जल्द 4सी में बदलने की मांग रखी।
धरने में भाजपा नेताओं ने भी कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों बिलासपुर को फोर सी एयरपोर्ट देने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। सभा को कई समाज प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया और कहा कि हवाई सुविधा न होने से बच्चों की पढ़ाई, कारोबार और परिवार का आना-जाना सब प्रभावित होता है।
सभा का संचालन देवेंद्र ठाकुर और आभार रणजीत सिंह खनूजा ने जताया। अंत में तय हुआ कि जब तक फोर सी एयरपोर्ट की मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। अगली बार विधायक अमर अग्रवाल खुद धरने में शामिल होकर अपनी बात रखेंगे।
संघर्ष समिति ने की थी विधायकों से आगे आने की अपील
मालूम हो कि हवाई सुविधा संघर्ष समिति ने शनिवार को धरना प्रदर्शन के दौरान जिले के विधायकों से अपील की थी कि 14 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में बिलासपुर की 4सी एयरपोर्ट की मांग और उससे जुड़ी सुविधाओं का मुद्दा जोर-शोर से उठाने की मांग की थी।
समिति ने कहा कि बिलासपुर की जनता सालों से महानगरों तक सीधी उड़ान की कमी झेल रही है। अभी दिल्ली और कोलकाता के लिए ही हफ्ते में दो दिन सीधी उड़ान है, बाकी उड़ानें जबलपुर या प्रयागराज होकर जाती हैं। दक्षिण और पश्चिम भारत के बड़े शहरों जैसे बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और मुंबई के लिए कोई सीधी फ्लाइट नहीं है।
रक्षा मंत्रालय की जमीन का मामला भी लटका
समिति ने विधानसभा सत्र में तीन बड़े मुद्दों को उठाने की जरूरत बताई है। सबसे बड़ा मामला है एयरपोर्ट विस्तार के लिए रक्षा मंत्रालय के कब्जे वाली जमीन का। रक्षा मंत्रालय ने सेना का ट्रेनिंग सेंटर प्रोजेक्ट रद्द कर दिया है और करीब 1012 एकड़ जमीन खाली पड़ी है। इसमें से 290 एकड़ जमीन एयरपोर्ट को दी जानी है, लेकिन इसके बदले रक्षा मंत्रालय ने 71 करोड़ रुपए मांगे हैं। समिति का कहना है कि राज्य सरकार या तो यह राशि तुरंत जमा करे या रक्षा मंत्रालय से बात कर कोई समाधान निकाले ताकि जमीन जल्द एयरपोर्ट को मिले और काम आगे बढ़े।
नाइट लैंडिंग काम की धीमी रफ्तार पर आपत्ति
समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर चल रहे नाइट लैंडिंग के काम की धीमी गति पर भी नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि काम की हर हफ्ते मॉनिटरिंग होनी चाहिए ताकि रात में भी फ्लाइट उतरने की सुविधा जल्द शुरू हो सके।
आंदोलन में शामिल प्रमुख लोग
जी.वी. रमना, आर. श्रीनिवास राव, शिरीष तिवारी, ओम प्रकाश शर्मा, ऋषिकेश केसरी, यतीश गोयल, संतोष पीपलवा, चंद्रप्रकाश जायसवाल, हरीश केलकर, कमल सिंह ठाकुर, अभिनव तिवारी, मोनू देवांगन, रामनाथ, विधान तिवारी, पप्पू छाब, सोनू मानिकपुरी, पिंकू अवस्थी, कमल निषाद, पवन पांडे, मनोज शुक्ला, संजय साहू, आशीष साहू, शुभम जायसवाल, विक्की यादव, महेश साहू, सोहन साहू, मोहन माधवानी, रितेश शुक्ला, फागू लाल केवर्त, शौर्य केवर्त, संजय तिवारी, सुदीप श्रीवास्तव, रवि बनर्जी, डॉ. प्रदीप राही, अनिल गुलहरे, मनोज श्रीवास, दीपक कश्यप, समीर अहमद, मजहर खान, राघवेंद्र सिंह ठाकुर, प्रतीक तिवारी, गोपी राव, जसवीर चावला, देवेंद्र सिंह ठाकुर, अशोक भंडारी, निलेश मंडेवार, अमर बजाज, संदीप दुबे, गोपाल दुबे, केशव गोरख, अकील अली और साबर अली।