केंद्रीय गृह मंत्री शाह और जलशक्ति मंत्री पाटिल से भी मुलाकात
राज्य के विकास, सुरक्षा और बस्तर क्षेत्र की प्रगति से जुड़े विषयों पर केंद्र से मिला भरोसा
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से मुलाकात की। इन भेंटों में राज्य के विकास, माओवाद उन्मूलन, औद्योगिक निवेश, अमृत रजत महोत्सव की तैयारियों और बस्तर की बहुप्रतीक्षित बोधघाट परियोजना जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने केंद्र से राज्य की प्राथमिक योजनाओं को लेकर सहयोग की अपील की और सभी नेताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया अमृत रजत महोत्सव का न्यौता
मुख्यमंत्री साय ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात कर उन्हें 1 नवंबर 2025 को रायपुर में आयोजित राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के ‘अमृत रजत महोत्सव’ में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने ‘अंजोर विज़न @2047’ नाम से एक दीर्घकालिक विकास दस्तावेज़ तैयार किया है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, नवाचार, और उद्योग जैसे क्षेत्रों में समावेशी विकास पर फोकस किया गया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि केंद्र के ‘जन विश्वास अधिनियम’ से प्रेरित होकर राज्य में ‘जन विश्वास विधेयक 2025’ पारित किया गया है, जिससे न्यायिक प्रक्रियाएं आम लोगों के लिए सरल और पारदर्शी हुई हैं।
राजधानी नवा रायपुर में SCRDA (राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण) की स्थापना और नई औद्योगिक नीति के तहत 6.65 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की जानकारी भी साझा की गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मेडिसिटी, एडु सिटी, सेमीकंडक्टर यूनिट और एआई डेटा सेंटर जैसे प्रोजेक्ट्स की भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों में आत्मसमर्पण की बढ़ती घटनाएं शासन के प्रति भरोसे की निशानी हैं और वहां शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़कों के जरिए विकास की रफ्तार तेज़ की जा रही है।
गृह मंत्री अमित शाह से माओवाद पर विस्तार से चर्चा
मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात में छत्तीसगढ़ में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2023 से जुलाई 2025 तक राज्य में 33 बड़ी मुठभेड़ों में 445 माओवादी मारे गए, 1554 को गिरफ़्तार किया गया और 1588 ने आत्मसमर्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समन्वित विकास और सुरक्षा की नीति के तहत सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाया जा रहा है।
अमित शाह ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए इन्हें ऐतिहासिक बताया और माओवादी उन्मूलन में केंद्र की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान अमृत रजत महोत्सव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्र के सहयोग के लिए गृह मंत्री को धन्यवाद भी दिया।
बोधघाट परियोजना को लेकर जलशक्ति मंत्री पाटिल से मुलाकात
बस्तर की जीवनरेखा मानी जा रही बोधघाट बहुद्देशीय परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यह परियोजना बस्तर में 8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई और 125 मेगावाट बिजली उत्पादन में सक्षम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सली गतिविधियों में आई कमी से अब विकास कार्यों के लिए अनुकूल वातावरण बन गया है और इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का अनुरोध किया।
जलशक्ति मंत्री ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए परियोजना के प्रस्तावों की शीघ्र तकनीकी जांच कराने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि केंद्र के सहयोग से बोधघाट परियोजना बस्तर के आर्थिक विकास का प्रमुख आधार बनेगी।