बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने 2 अगस्त को जिला न्यायालय कबीरधाम (कवर्धा) और बेमेतरा का दौरा कर न्यायालयों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न्यायालय परिसरों के कक्षों की स्थिति, साफ-सफाई और निर्माण कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।

कबीरधाम में हर कक्ष का निरीक्षण, रखरखाव पर जोर
मुख्य न्यायाधीश ने जिला न्यायालय कबीरधाम के प्रत्येक कक्ष का निरीक्षण कर वहां की स्थिति देखी और प्रशासनिक अधिकारियों को भवन के उचित रखरखाव और स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर स्थानीय अधिवक्ताओं ने उनका स्वागत किया और मुख्य न्यायाधीश से बातचीत कर न्यायालय से जुड़ी आवश्यकताओं को साझा किया।

बेमेतरा में पुरानी समस्याओं पर दिखा सुधार
इसके बाद उन्होंने जिला न्यायालय बेमेतरा का निरीक्षण किया। पहले निरीक्षण के दौरान चिन्हित की गई कमियों और समस्याओं को दूर करने के प्रयासों को उन्होंने सकारात्मक रूप से लिया। अधिवक्ताओं ने यहां भी मुख्य न्यायाधीश से सौजन्य भेंट की और न्यायालय की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की।

निर्माणाधीन भवन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
मुख्य न्यायाधीश ने बेमेतरा में निर्माणाधीन न्यायालय भवन का भी जायजा लिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य तेजी से और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।

इस निरीक्षण के दौरान उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल मनीष कुमार ठाकुर, संयुक्त रजिस्ट्रार सह पीपीएस एम.वी.एल.एन. सुब्रहमण्यम, प्रोटोकॉल ऑफिसर आर.एस. नेगी, तथा दोनों जिलों के न्यायिक अधिकारी उपस्थित रहे।

ज्ञात हो कि मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा राज्यभर के जिला न्यायालयों के नियमित निरीक्षण के माध्यम से न्यायिक व्यवस्था में सुधार और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनके इन सतत प्रयासों का सकारात्मक असर प्रदेश की न्याय प्रणाली पर दिखाई देने लगा है।

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