राज्य विधिक सहायता प्राधिकरण ने कोटा के हाईस्कूल में रखा संविधान दिवस पर कार्यक्रम

26 नवंबर, संविधान दिवस के मौके पर डीकेपी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटा में विशेष विधिक साक्षरता शिविर रखा गया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के उप-सचिव दिग्विजय सिंह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि देश संविधान से चलता है और संविधान में दिये गये प्रावधानों के अनुसार कानून बनाए गए हैं।  प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि कानून का पालन करते हुए अनुशासित जीवन व्यतीत करें।  उन्होंने संविधान की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुए उसका अर्थ बच्चों को बताया।  उन्होंने कर्तव्य एवं अधिकारों का उल्लेख करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की व्यवस्था संविधान में होने की बात  कही।  उन्होंने शिक्षा के अधिकार का भी उल्लेख किया। उन्होंने अपने न्यायिक जीवन का उदाहरण देते हुए विभिन्न कानूनों के बारे में जानकारी दी।

प्राधिकरण की अवर सचिव श्वेता श्रीवास्तव ने बच्चों को शिक्षा के अधिकार, मोटरयान अधिनियम, बाल विवाह, बाल श्रम आदि कानूनों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इसी दिन 26 नवंबर को भारतीय संविधान को अंगीकृत किया गया था। इसलिए इसे संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं क्योंकि इस दिन इसे लागू किया गया था। जिला विधिक सहायता अधिकारी शशांक शेखर दुबे ने प्राधिकरण के अधिनियम, विधिक सेवा योजना, लोक अदालत, विधिक साक्षरता शिविर आदि की जानकी दी। शाला की प्राचार्य अनिता दुबे ने आभार प्रदर्शन किया।

संविधान दिवस के अवसर पर संभागायुक्त कार्यालय में संभाग के कमिश्नर टीसी महावर और उनके स्टाफ ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया।

 

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