बिलासपुर। शिक्षा विभाग में करीब 30 लाख रुपए के मेडिकल बिल घोटाले का खुलासा होने के बाद अब जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। बिल्हा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने सिटी कोतवाली थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर क्लस्टर कोऑर्डिनेटर साधेलाल पटेल और उनकी पत्नी राजकुमारी पटेल (प्रधान पाठक, प्राथमिक स्कूल दैहानपारा बैमा) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मामला सामने आने के बाद दोनों पति-पत्नी को सस्पेंड कर दिया गया है।
फर्जी बिल लगाकर निकाले लाखों रुपए
जांच में सामने आया कि साधेलाल पटेल ने अपने नाम पर ₹7,73,564 का मेडिकल बिल सिविल सर्जन व मुख्य अस्पताल अधीक्षक से पास करवाया और उसे भुगतान के लिए शिक्षा अधिकारी के पास जमा किया। लेकिन मेडिकल स्टोर से जारी असली बिल मात्र ₹77,000 का था, वो भी असीम वर्मा नाम से। इसी तरह उनकी पत्नी राजकुमारी पटेल के नाम से ₹4,03,327 का अलग से मेडिकल बिल लगाया गया।
जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कार्रवाई शुरू
जिले के शिक्षा अधिकारी ने विभागीय जांच रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी थी। रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद संयुक्त संचालक शिक्षा, बिलासपुर संभाग से एफआईआर दर्ज करने के निर्देश मिले। इसके बाद आज सभी दस्तावेज़ों के साथ औपचारिक आवेदन पुलिस को सौंप दिया गया है।