बिलासपुर। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) मुख्यालय, बिलासपुर में शनिवार को दोहरा उत्सव मनाया गया। यहां ‘51वां कोल इंडिया स्थापना दिवस’ और ‘25वां छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस’ का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस मौके पर अधिकारी-कर्मचारियों ने राज्य और कंपनी की प्रगति यात्रा को याद करते हुए भविष्य में और बेहतर योगदान देने का संकल्प लिया।

मुख्य अतिथि ने दी प्रेरणादायी शुभकामना

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक (तकनीकी/संचालन) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार और विशिष्ट अतिथि निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कोल इंडिया और छत्तीसगढ़, दोनों ने अपने स्थापना काल से ही देश और प्रदेश की तरक्की में अहम भूमिका निभाई है। जयकुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती पर स्थित गेवरा और कुसमुण्डा जैसी विश्व की प्रसिद्ध कोयला खदानें इस राज्य की अपार संभावनाओं का प्रतीक हैं। उन्होंने एसईसीएल द्वारा राज्य के शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत सुविधाओं के विकास में किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की।

राजगीत और सांस्कृतिक परंपरा से सजा आयोजन

कार्यक्रम की शुरुआत शहीद स्मारक, डॉ. भीमराव अंबेडकर प्रतिमा और खनिक प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इसके बाद मुख्य अतिथि ने कोल इंडिया का ध्वज फहराया। मंच से कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत और छत्तीसगढ़ राज्य गीत ‘अरपा पैरी के धार’ प्रस्तुत किया गया। छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुरूप मिट्टी, मानचित्र, हल और धान की बाली की पूजा-अर्चना कर राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नमन किया गया।

उत्साह और गर्व से भरा माहौल

कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न विभागाध्यक्ष, श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि, महिला कर्मचारी और बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। आयोजन में मंच संचालन की जिम्मेदारी मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण) शेख जाकिर हुसैन ने निभाई। पूरे कार्यक्रम के दौरान एसईसीएल परिसर में उत्सव और गर्व का वातावरण बना रहा।

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