बिलासपुर। मेट्रोमोनियल साइट पर हुई पहचान बनी ठगी का जरिया, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया

ऑनलाइन शादी का रिश्ता एक युवती के लिए धोखाधड़ी का जाल साबित हुआ। मेट्रोमोनियल साइट पर हुई पहचान से शुरू हुई दोस्ती का अंत तब हुआ जब आरोपी युवक ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से 11 लाख रुपये हड़प लिए।

ऑनलाइन पहचान बनी मुसीबत

मिली जानकारी के अनुसार, कोरबा जिले के जेलगांव गांव निवासी साधना यादव (30 वर्ष) जो इन दिनों रतनपुर में रहती हैं, उनकी पहचान करीब एक साल पहले शादी डॉट कॉम वेबसाइट पर पवन कुमार यादव नाम के युवक से हुई थी।
पवन जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ डूंगा गांव का रहने वाला है। दोनों के बीच लंबे समय तक बातचीत होती रही और धीरे-धीरे उसने युवती का भरोसा जीत लिया।

सरकारी नौकरी का लालच देकर की ठगी

साधना के मुताबिक, पवन ने खुद को प्रभावशाली व्यक्ति बताते हुए कहा कि वह बिल्हा के सरकारी अस्पताल में नर्स की नौकरी लगवा सकता है।
इसी बहाने उसने पहले रामा मैग्नेटो मॉल बिलासपुर में 3 लाख रुपये नगद लिए। बाद में कहा कि “अधिकारी बदल गए हैं, काम करवाने के लिए और पैसे लगेंगे”, इस पर साधना ने कुल 11,05,200 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।

न नौकरी मिली, न पैसा लौटा

कई महीने बीत जाने के बाद भी जब न नौकरी मिली और न कोई अपडेट आया, तब साधना ने आरोपी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसने फोन बंद कर लिया और सोशल मीडिया से भी गायब हो गया।
तब जाकर साधना को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई है।

सिविल लाइंस थाना में दर्ज हुई रिपोर्ट

पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत सिविल लाइंस थाना बिलासपुर में दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी पवन कुमार यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस बैंक खातों और मोबाइल ट्रांजैक्शनों की जांच कर रही है, ताकि पैसे के लेनदेन और आरोपी की लोकेशन का पता लगाया जा सके।

ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामले

साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, मेट्रोमोनियल साइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते समय सावधानी जरूरी है, क्योंकि ठग अब रिश्तों और नौकरी जैसे भावनात्मक पहलुओं का फायदा उठाकर लोगों को फंसा रहे हैं।

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