बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग (आईएफआर) सुविधा शुरू होने में हो रही देरी की समीक्षा की। समिति के अनुसार अभी भी पीडब्ल्यूडी विभाग का लगभग 10 प्रतिशत कार्य शेष है। जब तक यह काम पूरा नहीं होता, तब तक एयरपोर्ट प्रबंधन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के समक्ष नाइट लैंडिंग लाइसेंस के लिए आवेदन प्रस्तुत नहीं कर सकता।
दिसंबर में ही आवेदन की मांग
समिति ने मांग की है कि शेष कार्य तत्काल पूरा कर दिसंबर माह में ही डीजीसीए के समक्ष आईएफआर (नाइट लैंडिंग) का आवेदन दाखिल किया जाए। समिति ने बताया कि आवेदन के बाद निरीक्षण और औपचारिकताओं में करीब दो माह का समय लगता है, जिसके चलते फरवरी के अंत या मार्च तक ही लाइसेंस मिल पाने की संभावना बनती है।
समर शेड्यूल से पहले लाइसेंस जरूरी
समिति ने कहा कि यदि मार्च में समर शेड्यूल लागू होने से पहले नाइट लैंडिंग का लाइसेंस मिल जाता है, तो बिलासपुर से देर रात तक उड़ानें संचालित होने का रास्ता खुलेगा। इससे यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी और शहर की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इसलिए सभी प्रक्रियाएं समयबद्ध तरीके से पूरी करना अत्यंत आवश्यक है।
महा धरना लगातार जारी
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा। धरने में क्रमशः रवि बनर्जी, बद्री यादव, शिरीष कश्यप, नारद श्रीवास, रामशरण यादव, समीर अहमद, बबला, आशुतोष शर्मा, संतोष पीपलवा, मजहर खान, हर प्रसाद कैवर्त, महेश दुबे, टाटा अनिल गुलहरे, मनोज तिवारी, स्वर्ण शुक्ला, भैयू गौतम, रवि शर्मा, शेख अल्फाज, प्रदीप तिवारी, चंद्र प्रकाश जायसवाल, साबर अली, अन्नपूर्णा धुर्वे, सुमन मरकाम, रणजीत सिंह खनूजा, शिव मुदलियार, अकील अली सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।













