बिलासपुर, 10 मार्च। राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत जिले में 8 मार्च से पोषण पखवाड़ा शुरू किया गया है जो 22 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सुपोषित जननी विकसित धरनी कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा एनीमिया शिविर, मितानिन एवं एएनएम द्वारा गृह भेंट कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों को विभिन्न विभागों का भी सहयोग मिल रहा है।

इसके तहत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा कृषक समूह की बैठक करके कुपोषण को खत्म करने पर आपस में चर्चा एवं नीतियां बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा स्वच्छता संबंधी साइकिल रैली एवं मास मीडिया कैंपेन की गतिविधियों को भी आयोजित की जा रही है। पंचायत विभाग पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन, पदयात्रा, प्रभातफेरी का आयोजन कर रहा है। मानव संसाधन विभाग एवं शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल आधारित गतिविधियां तथा किशोरी बालिकाओं के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन कर रहा है।

ग्रामीण विकास विभाग नगरीय प्रशासन द्वारा शोषण संबंधी संयुक्त बैठक का आयोजन स्व सहायता समूह की बैठक का आयोजन हाट बाजार में कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है । महिला एवं बाल विकास द्वारा नुक्कड़ नाटक कला जत्था आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा गृह भेंट स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ कुपोषण के खिलाफ एकजुट होने की रणनीति को भी बनाया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुकृता खांडे ने बताया के इसमें विशेष रूप से इस कार्यक्रम के साथ साथ प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत सुपोषित जननी विकसित धरनी  कार्यक्रम के तहत 9 मार्च को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के संबंध में पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन करके योजना अंतर्गत समस्त पात्र हितग्राहियों की सूची का पाठन ग्राम सभा में किया गया।

पेंडारी की आंगनबाड़ी केंद्र में मौजूद 11 से 14 वर्ष तक की सभी किशोरियों की ऊंचाई व वजन की माप की गयी। इस अवसर पर एनीमिया से संबन्धित विषय जैसे,आयरन की गोलियों का सेवन, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी मुद्दों पर जानकारी, खान-पान संबंधी, एनीमिया से बचाव के तरीके आदि विषयों की विस्तृत रूप से जानकरी दी गयी। ज़्यादातर महिलाएं व लड़कियां आयरन की गोलियों का सेवन दूध व चाय के साथ करती हैं जबकि आई०एफ०ए० टैबलेट का सेवन विटामिन सी युक्त आहार जैसे नींबू, संतरा, आंवला आदि के साथ किया जाना चाहिए जिससे आयरन का अवशोषण शरीर में सुचारु रूप से हो सके। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बताया जा रहा है कि भोजन में मेथी, पालक, बथुआ, सरसों, गुड़ आदि की मात्रा बढ़ाई जाए क्योंकि इसमें लौह तत्व अधिक होते है। अंकुरित दालों को हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ पकाकर खाना चाहिए। केंद्र पर मातृ दिवस, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस  के कार्यक्रमों को भी मनाया जा रहा है। इनमें किशोरियो एव गर्भवती महिलाओं द्वारा रंगोली प्रतियोगिता,लेखन प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता पौष्टिक सलाद बनाने की प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग एवं किशोरियों द्वारा डांस एवं गान प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है  और अच्छे कार्यकर्ताओं को अवार्ड भी दिया जाएगा।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here