बिलासपुर। कचरा फैलाने और अपने संस्थानों के बाहर डस्टबिन नहीं रखने वाले व्यवसायियों पर हर रोज जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है। पिछले एक माह में कचरा फैलाने पर 82 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया।
इनकी जांच के लिए राजस्व व अतिक्रमण शाखा की संयुक्त टीम बनाई गई है। शहर के अलग-अलग जगहों और व्यवसायिक परिसरों में टीमों द्वारा हर रोज निरीक्षण किया जा रहा है। इसमें कचरा फैलाने पर एक से 30 अप्रैल तक 72 हजार रुपए जुर्माना किया गया। इसी तरह मई के दो दिनों में ही 10 हजार रुपए से ज्यादा वसूल किया गया। टीमों द्वारा शहर के व्यावसायिक क्षेत्रों में निरीक्षण कर सभी व्यवसायियों को हर व नीला दो डस्टबिन रखने जागरूक भी किया जा रहा है। निगम क्षेत्र के ऐसी जगह जहां पानी की दिक्कतें और नलों में पानी नहीं आने की शिकायत है, ऐसी जगहों में भी टीम भेज कर सभी घरों में सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के दौरान टुल्लू पंप से टंकियों में पानी भरने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों पांच टुल्लू पंप जब्ती की कार्रवाई की गई।
पिछले एक माह में प्लास्टिक केरीबैग रखने वाले 20 से ज्यादा संस्थानों पर जब्ती और जुर्माने की कार्रवाई की गई। प्लास्टिक केरीबैग नहीं रखने व्यवसायिक परिक्षेत्रों में लगातार समझाइश दी जा रही है। इसके बाद भी सामन बेचने के लिए प्लास्टिक केरीबैग के उपयोग और प्लास्टिक केरीबैग बेचने वालों पर लोक अभियोजन के तहत कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर खजांची कुम्हार ने शहर के कैटर्स व टेंट संचालकों की बैठक ली। इस दौरान कैटर्स और टेंट संचालकों को ठोष अपशिष्ठ प्रबंधन नियम की जानकारी दी गई। ठोष अपशिष्ठ प्रबंधन नियम 2019 के तहत ऐसे आयोजन जहां 100 से अधिक लोगों के खाने एवं पीने की व्यवस्था हो, तो आयोजन के पूर्व निगम से अनुमति लेना अनिवार्य है। बिना अनुमति के कार्यक्रम आयोजन करने पर विधिवत जुर्माने की कार्रवाई की जा सकती है।
शहर में सड़क किनारे चाय-नाश्ता व जूस सेंटर के ठेला व गोमचे लगाने वालों की भी हर रोज जांच की जा रही है। ज्यादातर चाय-नाश्ता और गन्ना जूस सेंटर चलाने वाले डस्टबिन का उपयोग नहीं करते और सड़क पर ही कचरा फेंक देते हैं। ऐसे ठेला-गोमचे संचालकों पर जुर्माना व गुमास्ता लाइसेंस निरस्त करने के साथ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।