तखतपुर। अपने ऊपर लगाए आरोप से क्षुब्ध होकर इकलौते व्यवसायी पुत्र ने रेल से कटकर अपनी जान दे दी। मृतक के पिता मुरली भारती ने कहा कि उसके पुत्र के ऊपर झूठा आरोप लगाया जिससे वह मानसिक रूप से व्यथित था और दूसरे दिन रेलवे ट्रैक पर जाकर अपनी जान दे दी। पिता ने कहा कि युवती को उसका बेटा जानता भी नहीं था।
मुंगेली सेक्स कांड में युवती ने नगर के युवा व्यवसायी धरमू भारती का भी नाम लिया था। इसकी जानकारी धरमू को समाचार पत्र के माध्यम से मिली। इसके बाद उसने अपने पिता से कहा कि वह इस तरह के किसी भी कार्य में लिप्त नहीं था और नहीं उस युवती को वह पहचानता है। कैसे उसने उसका नाम लिया उसकी समझ से परे है। व्यापार के सिलसिले में दिलीप धनेचा उसकी दुकान में आता जाता था और यही उसकी पहचान थी। जब उसने कहा कि वह मानसिक रूप से पीड़ित है तो पिता ने धरमू को चकरभाठा में बहन के पास एक दिन घूमकर वापस आ जाने के लिए कहा। वह शाम को अपनी बहन के घर पहुंचा। रात्रि रुककर उसने बहन तथा जीजा को पूरी घटना के बारे में बताया। तब उन्होंने उसे ढांढस बंधाया और कहा कि सब ठीक हो जाएगा। सुबह वह अपनी बहन से तखतपुर घर जाने के लिए 100 रुपए लेकर निकला। पता चला कि रेल से कटकर अपनी जान दे दी है। कुछ समय बाद इसकी सूचना परिजन के साथ तखतपुर में उसके पिता को मिली। पिता मुरली का कहना है कि झूठे आरोप ने उसके इकलौते बेटे की जान ले ली। इस आरोप की जांच होनी चाहिए और जिसने भी झूठा आरोप लगाया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। चकरभाठा पुलिस ने शव का पंचनामा उपरांत पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौँप दिया है।
ज्ञात हो कि मुंगेली पुलिस ने बीते 27 जून को एक नाबालिग की शिकायत पर मृतक धरमू सिंधी उर्फ धरमू भारती सहित 10 लोगों के खिलाफ पास्को तथा एसटीएससी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया था। आरोप के अनुसार उसके साथ दो साल तक बार-बार दुष्कर्म किया गया और देह व्यापार कराया गया। आरोपी किशोरी ने पहले मुंगेली पुलिस को घटना की शिकायत दर्ज कर अपराध दर्ज करने की गुहार लगाई थी। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर इसकी शिकायत उसने परिजन के साथ पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता से की थी। आईजी के निर्देश के बाद मुंगेली पुलिस ने अपराध दर्ज किया था।
पुलिस ने इस मामले में 30 जून को रैकेट में शामिल उसलापुर में ब्यूटीपार्लर चलाने वाली एक युवती सरिता श्रीवास उर्फ काजल को जरहागांव से गिरफ्तार किया।