बिलासपुर। एसईसीएल ने अपने महिला कर्मियों के विकास एवं सशक्तिकरण के लिए एक नई पहल की है। इसके तहत महिला कर्मियों की नेतृत्व क्षमता, उनके शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य एवं समग्र विकास को दृष्टिगत रखकर यहां विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट को ‘मैत्रेयी’’ नाम से जाना जाएगा।
एसईसीएल सदा से ही अपने महिला कर्मियों के सशक्तिकरण एवं उनके हितों के प्रति सचेत रहते हुए अनेक पहल करता रहा है। महिला सशक्तिकरण एसईसीएल के सर्वागीण विकास की योजनाओं में भी परिलक्षित होता है।
मैत्रेयी प्रोजेक्ट क्रियान्वयन के पहले कदम के अंतर्गत बुधवार को इस प्रोजेक्ट के प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण निदेशक कार्मिक डॉ. आर.एस. झा ने किया। डॉ. झा ने कहा कि महिलाएं स्वभाव से ही कर्मठ एवं कार्य के प्रति समर्पित होती हैं। उनके सशक्तिकरण से उनका कार्यालय ही नहीं बल्कि अंततोगत्वा सम्पूर्ण समाज लाभान्वित होता है। डॉ. झा ने आशा जताई कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से एसईसीएल में कार्यरत महिलाकर्मी प्रगति के नये सोपान गढ़ेंगी और एसईसीएल की प्रगति में अपना अहम् योगदान प्रदान करते हुए इसकी उपलब्धियों की पताका चारों ओर फहराएंगी।