बिलासपुर। दुर्ग जिले के धमधा निवासी पिता और भाइयों की जेल से जमानत दिलाने के नाम पर एक महिला से 6 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपी ने फर्जी दस्तावेज थमाकर महिला को धोखा दिया। सिरगिट्टी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रिश्तेदारों ने आरोपी से मिलवाया
34 वर्षीय शशि बंदे के पिता दशरथ भारती और दो भाई हत्या और बलवा के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। दुर्ग सत्र न्यायालय ने तीनों को दोषी ठहराया था। जमानत के लिए महिला को उसके रिश्तेदार पारस बेहरा और रंजनी बेहरा ने बिलासपुर निवासी कुलदीप पांडे से संपर्क कराया।
हाईकोर्ट से जमानत दिलाने का झांसा
कुलदीप पांडे (45), जो बिल्हा का पटवारी और एलएलबी पास बताया गया, ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह हाईकोर्ट के मजिस्ट्रेट से पहचान के जरिये जमानत दिला सकता है। उसने बड़ा वकील करने और 6 लाख रुपये खर्च होने की बात कही। महिला ने झांसे में आकर यह राशि अलग-अलग किस्तों में दे दी।
फर्जी कागज देकर फरार
कुलदीप ने महिला को जमानत का झूठा आश्वासन देते हुए फर्जी कागज थमा दिए और भाग गया। जब महिला ने रकम वापस मांगी तो आरोपी ने धमकी भरे लहजे में कहा, “जो करना है कर लो, पैसे वापस नहीं दूंगा।”
मुआवजे की रकम भी गंवा दी
महिला को यह 6 लाख रुपये पति नरेश बंदे की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद मुआवजा स्वरूप मिले थे। ठगी का शिकार होने के बाद महिला आर्थिक तंगी का सामना कर रही है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सिरगिट्टी पुलिस ने महिला की शिकायत पर कुलदीप पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।