पिता पर चढ़े 40 लाख रुपए के कर्ज से छुटकारा पाना चाहता था, दिल्ली- फरीदाबाद घूम कर लौटा

जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक युवक ने बीमा के 40 लाख रुपये पाने के लिए खुद को मृत दिखाने की साजिश रच डाली। लेकिन पुलिस और साइबर टीम की सतर्कता से उसकी चालाकी पकड़ी गई और युवक को बिलासपुर से सकुशल बरामद किया गया।

पिता का कर्ज चुकाने के लिए रची योजना

गुम इंसान के रूप में दर्ज 21 वर्षीय कौशल श्रीवास (उर्फ मोनू), निवासी तनौद थाना शिवरीनारायण, के पिता पर लाखों रुपये का कर्ज था। पिता की परेशानी और घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए युवक ने बीमा राशि हासिल करने के लिए अपनी मौत की झूठी कहानी बनाई। उसका 40 लाख रुपये का बीमा था।

कैसे रची थी कहानी

19 अगस्त को कौशल घर से मोटरसाइकिल और मां का मोबाइल लेकर निकला। रात को उसका मोबाइल और मोटरसाइकिल शिवनाथ नदी के पास पुल पर मिले। परिवार और पुलिस को लगा कि युवक नदी में बह गया है। इस आधार पर गुम इंसान का मामला दर्ज हुआ।

लेकिन जांच में पता चला कि युवक ने जानबूझकर मोबाइल और बाइक नदी किनारे छोड़े और बस पकड़कर बिलासपुर चला गया। वहां से वह ट्रेन से दिल्ली और फरीदाबाद तक भी गया। बाद में 23 अगस्त को वह फिर से बिलासपुर लौटा।

साइबर टीम की सक्रियता से पकड़ाया

साइबर टीम ने इंस्टाग्राम और कॉल डिटेल से पता लगाया कि युवक जिंदा है। फिर मुखबिर की सूचना पर उसे तोरवा, बिलासपुर क्षेत्र से परिवार की मौजूदगी में बरामद कर लिया गया।

पुलिस करेगी वैधानिक कार्रवाई

जांजगीर-चांपा एसपी विजय कुमार पांडे और एएसपी उमेश कुमार कश्यप के निर्देशन में यह कार्रवाई हुई। पूछताछ में युवक ने स्वीकार किया कि उसने पिता का कर्ज चुकाने के लिए बीमा की राशि पाने की नीयत से अपनी झूठी मौत की कहानी रची। अब उस पर पुलिस वैधानिक कार्रवाई करेगी।

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