छत्तीसगढ़ में गुरुवार को एक युवक की थाने में फांसी लगाकर मौत हो जाने के बाद हंगामा हो गया। आक्रोशित भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
घटना सरगुजा के बलरामपुर की है। मृतक युवक एक स्वास्थ्यकर्मी था और हाल ही में उसकी पत्नी लापता हुई थी। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान उसकी संदिग्ध मौत से जनता में भारी आक्रोश फैल गया।
बलरामपुर शहर में गुरुवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब कोतवाली थाने में पूछताछ के लिए बुलाए गए युवक गुरुचरण मंडल ने बाथरूम में कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) में चपरासी के पद पर कार्यरत था। उसकी पत्नी बीते दस दिनों से लापता थी, जिसके संबंध में उसने थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। उससे पूछताछ के लिए पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। फांसी पर लटकने की इस घटना ने स्थानीय लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों में गहरा आक्रोश भर दिया।
जैसे ही युवक की थाने में मौत की खबर फैली, कांग्रेस पार्टी से जुड़े कुछ लोग और स्थानीय निवासी थाने के बाहर इकट्ठा होने लगे। भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और धीरे-धीरे आक्रामकता में तब्दील हो गई। लोगों ने थाने पर पथराव शुरू कर दिया। गुस्साई भीड़ ने थाने के बाहर खड़े पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन भीड़ पर इसका खास असर नहीं हुआ। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया और थाने के सामने जमकर हंगामा किया। मृतक के परिजनों ने भी न्यायिक जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।