बिलासपुर। कोरबा में मतदाताओं की नैतिकता को ललकारने वाले नारों के जरिये खराब सड़कों के खिलाफ किये गये प्रदर्शन की प्रदेश भर में चर्चा होने के बाद अब आम आदमी पार्टी दूसरे जिलों में भी इसी तरह से आंदोलन कर रही है। आज बिलासपुर के सरकंडा इलाके में खराब सड़कों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।

पार्टी ने गीत व नारों के जरिये सड़क, बिजली बिल, स्कूल, रोजगार, बेरोजगारी भत्ता जैसे सवालों पर जनता से संवाद करते हुए प्रदर्शन किया। चुनाव के दौरान दारू, मुर्गा बांटकर वोट लेने वाले नेताओं पर भी जनता से संवाद किया गया। जागरूकता अभियान के दौरान आप पार्टी की टीम जब अशोकनगर पहुंची तो पुलिस उनको रोकने लगी, जिसके चलते समय से पहले जागरूकता अभियान व प्रदर्शन को रोकना पड़ा।

आप की प्रदेश प्रवक्ता व अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला ने आरोप लगाया कि पुलिस को आगे कर सरकार हमारी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। इसके बावजूद हम जनता की लड़ाई लड़ते रहेंगे। प्रदेश में चाहे रमन की सरकार रही हो या वर्तमान कांग्रेस सरकार दोनों ने ही आम जनता को लूटने और दारू मुर्गा बांटकर वोट की धांधली की और लोकतांत्रिक व्यवस्था को खराब किया है। आप के युवा विंग के नेता अनिलेश मिश्रा, ईश्वर चंदेल व अन्य ने भी इस मौके पर सभा को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का स्लोगन व गीत के साथ नेहरू चौक पर समापन किया गया।

प्रदर्शन में नीलोत्पल शुक्ला, निकिता, शीतला यादव, संजय, ज्ञानेन्द्र सिंह, महेश, असीम, पूजा श्रीवास,अनिलेश मिश्रा, आरिफ़ इक़बाल, अंकुर तिवारी, किशन निर्मलकर, देवेंद्र गुप्ता, रेखा भंडारी, ईश्वर चंदेल, भागवत साहू, राजेश यादव, हितेश सहित लगभग 50 अन्य लोग शामिल थे।

आंदोलन के तरीके को चुराने का आरोप

बिलासपुर के प्रदर्शन में कोरबा के आप नेता विशाल केलकर व उनकी टीम भी शामिल हुई। कोरबा में उन्होंने माइक और वाद्य यंत्र लेकर मतदाताओं को जागरूक करने के लिये नारे व गीतों के साथ प्रदर्शन किया था। यहां भी उसी तर्ज पर प्रदर्शन किया गया। इसमें कहा गया- वोट नही देने जाओगे, तो ऐसे ही सड़के पाओगे/ जंगल बिक जाएगा, कुछ नही बोल पाओगे/ अरपा बिक जाएगी, कुछ नही बोल पाओगे/ पहाड़ बिक जाएगा, कुछ नही बोल पाओगे/ 10 का मुर्गा खाओगे, तो फिर से ठगे जाओगे।

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि जहां कांग्रेस विपक्ष में है आंदोलन के हमारे इस तरीके को चुराने की कोशिश करती है। भाजपा नेता सरोज पांडे से लेकर उनका आईटी सेल इस मुद्दे को चुराने की कोशिश में लग गया। इस तरह की राजनीति से उठकर हमारा मकसद बदलाव है।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here